निगम के एकीकरण के बाद यह पहला चुनाव था और 1349 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक देर शाम साढ़े पांच बजे तक सभी केंद्रों पर प्रवेश कर जाने वाले मतदाताओं को उनके मताधिकार का प्रयोग करने का अवसर दिया गया था। मतदान शांति पूर्ण रहा। इस बार निगम चुनाव के लिए कुल 1349 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला अब ईवीएम में बंद हो गया है। मतगणना बुधवार (सात दिसंबर) को होगी। सुबह के वक्त मतदान केद्रों पर लंबी कतारें भी देखने को मिलीं। मतदान फीसद का आंकड़ा बारह बजे तक बीस फीसद भी नहीं पहुंच पाया था। सभी केंद्रों पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा बुजुर्ग व महिला मतदाताओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। वर्ष 2017 के निगम चुनावों में 53 फीसद मतदान दर्ज किया गया था।
राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक दोपहर ढाई बजे तक सभी 250 वार्ड में लगभग 30 फीसद मतदान हुआ था चुनाव में मुख्य तौर पर भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। इस चुनाव में 1.45 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं। कुल 1,349 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,45,05,358 हैं, जिनमें 78,93,418 पुरुष, 66,10,879 महिलाएं और 1,061 अन्य श्रेणी ( ट्रांसजेंडर) मतदाता हैं। आयोग के मुताबिक इस मतदान के लिए कुल 13,638 मतदान केंद्र स्थापित किए गए।
फरवरी 2020 के दंगों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में होने वाला यह पहला निगम चुनाव भी है और अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 493 स्थानों पर 3,360 बूथ संवेदनशील के रूप में चिह्नित किए गए थे। इस बार सभी विधानसभा क्षेत्रों में 68 माडल मतदान केंद्र और इतने ही ‘पिंक’ मतदान केंद्र स्थापित किए गए।