Delhi MCD Mayor Elections: दिल्ली एमसीडी मेयर चुनाव कराने के लिए नियुक्त की गईं पीठासीन अधिकारी ने मतदान से पहले बड़ा ऐलान किया है। पीठासीन अधिकारी ने ऐलान किया है कि मेयर चुनाव में मनोनीत पार्षद भी मतदान करेंगे। पीठासीन अधिकारी के ऐलान के अनुसार, एमसीडी मेयर चुनाव, डिप्टी मेयर चुनाव और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव एकसाथ होंगे।
पीठासीन अधिकारी के इस ऐलान के बाद एमसीडी में आम आदमी पार्टी पार्षदों की तरफ से हंगामा शुरू कर दिया गया है। आम पार्षदों के हंगामे के देखते हुए एमसीडी की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है।
कौन होते हैं मनोनीत पार्षद?
एमसीडी चुनाव के बाद दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने एमसीडी में 10 लोगों को पार्षद मनोनीत किया। इन्हें ही मनोनीत पार्षद किया जाता है। जिन 10 लोगों को मनोनीत किया गया, वो सभी बीजेपी के सदस्य हैं। भाजपा नेताओं को एमसीडी में पार्षद के तौर पर चुने जाने के बाद से आम आदमी पार्टी भड़की हुई है और लगातार भाजपा पर आरोपों की बारिश कर रही है।
मनोनीत पार्षद (Alderman) आम पार्षदों की तरह चुनाव में जीतकर नहीं आते हैं, इन्हें एलजी सिलेक्ट करते हैं। इनका चयन 6 सालों के लिए किया जाता है। अब क्योंकि दिल्ली नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्षदों की संख्या में बहुत कम अंतर है इसलिए मेयर के चुनाव में इन पार्षदों भूमिका बेहद अहम हो जाती है। मनोनीत पार्षद अगर मेयर चुनाव में वोट डालते हैं तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा। मेयर चुनाव में दिल्ली के 7 लोकसभा सांसद, 3 राज्यसभा सांसद, 14 विधायक भी वोट करते हैं। इन 14 विधायकों में से 13 आम आदमी पार्टी के हैं।
बीजेपी ने लगाए पार्षदों को खरीदने के आरोप
एमसीडी की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा ने आम आदमी पार्टी पर पार्षदों की खरीद का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी उसके 10 पार्षदों को खरीदने की कोशिश कर रही है। भाजपा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी ने 10 पार्षदों को एक करोड़ रुपये से लेकर मनमाफिक पद तक का प्रलोभन दिया। भाजपा ने आम आदमी पार्टी नेता दुर्गेश पाठक पर ये आरोप लगाए।