Delhi Mayor Poll, Delhi MCD Mayor Election : दिल्ली मेयर चुनाव अब कब होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है, हालांकि दोनों ही दल भाजपा और आम आदमी पार्टी अपनी-अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने में जुटी हुई हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि आम आदमी पार्टी मेयर चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पार्षदों का समर्थन पाने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) नगर निगम चुनाव में जीतकर आने वाले कांग्रेस पार्टी के 9 पार्षदों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है। आम आदमी पार्टी का मकसद इन पार्षदों का समर्थन हासिल करना है। कांग्रेस पार्टी के 9 पार्षदों में से 7 पार्षद अल्पसंख्यक समुदाय से आते हैं, इसलिए उसे उम्मीद है कि कांग्रेस पार्टी के ये पार्षद उसका समर्थन करेंगे।
कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली मेयर चुनाव (Delhi Mayor Election) से खुद को दूर रखने का ऐलान किया था। मतदान वाले दिन कांग्रेस पार्टी एमसीडी हाउस से वॉक आउट कर गई थी। कांग्रेस पार्षदों के समर्थन के जरिए आम आदमी पार्टी न सिर्फ मेयर व डिप्टी मेयर पद बल्कि स्टैंडिंग कमेटी के चुनावों (Standing Committee Election) में भी अपनी जीत पुख्ता करना चाहती है।
AAP बोली- राज्यपाल ने भाजपा नेताओं को मनोनीत किया
आम आदमी पार्टी ने रविवार को एलजी पर हमला बोलते हुए कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना (LG VK Saxena) ने मनोनीत पार्षदों के रूप में भाजपा के नेताओं को चुना है जबकि इनके स्थान पर एक्सपर्ट्स को चुना जाना चाहिए था।
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने कहा कि संविधान का आर्टिकल 243R कहता है कि मनोनीत पार्षद ऐसे एक्सपर्ट होने चाहिए जिन्हें नगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) की जानकारी होनी चाहिए। जिन 10 लोगों को चुना गया है कि उन्हें संबंधित विषय की बेहद कम जानकारी है और वो सभी भाजपा के नेता हैं।
भाजपा ने किया पलटवार
AAP विधायक ने यह भी दावा किया कि एमसीडी के इंटरनल चुनाव के लिए एलजी द्वारा प्रोटम स्पीकर का चयन नियमों के खिलाफ है। आम आदमी पार्टी के इन आरोपों के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया है।
भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर (Praveen Shankar Kapoor) ने कहा कि LG पर हमला करने से पहले AAP को 2017 में नियुक्त किए गए एल्डरमेन के बारे में पता करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, 2017 में दिल्ली सरकार को तत्कालीन तीन एमसीडी में 10 एल्डरमैन नियुक्त करने का अधिकार था और फिर AAP के 30 कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन के रूप में नियुक्त किया गया था।