Jiganasa Sinha
Shraddha Walker Murder Case: दक्षिण दिल्ली के चर्चित लिव-इन पार्टनर मर्डर केस में कातिल दूसरी महिला को भी डेट के लिए कमरे पर लेकर आया था। दूसरी महिला जून-जुलाई में दो बार उसके घर आई। आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वाकर की लाश के टुकड़ों को फ्रिज और किचन में छिपा दिया था। सूत्रों ने पुलिस पूछताछ में हुए खुलासे का हवाला देते हुए बताया है कि प्रेमिका का कत्ल करने के बाद उसकी लाश को 35 टुकड़े में काटने का आरोपी आफताब दूसरी लड़की से भी डेटिंग एप बंबल ( Bumble dating app) पर ही मिला था। श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला (Aaftab Poonawala) भी पहली बार इसी एप पर मिले थे।
जांच अधिकारियों ने पूछताछ के हवाले से बताया कि आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वाकर की लाश के टुकड़ों का निपटाना शुरू करने के बाद गुड़गांव के एक अन्य कॉल सेंटर में नौकरी करने लगा। इसके साथ ही उसने डेटिंग ऐप को फिर से इंस्टॉल भी किया था।
आफताब ने कई तरीकों से की कत्ल को छिपाने की साजिश
जांच करने वाले एक अधिकारी ने कहा, ” आफताब पूनावाला ने विभिन्न माध्यमों से श्रद्धा वाकर की हत्या को छिपाने की कोशिश की।”अधिकारियों के मुताबिक 18 मई को श्रद्धा वाकर की हत्या के बाद आफताब पूनावाला ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में लॉग इन किया और अपने दोस्तों को यह बताने के लिए मैसेज किया कि वह अभी भी जीवित है। उसने उसके क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान भी किया ताकि कंपनियां उसके मुंबई के पते पर संपर्क न करें।
पालघर में हुई नजदीकी, मुंबई में शुरू हुआ Live-in Relationship
पुलिस जांच में सामने आया कि आफताब पूनावाला और श्रद्धा वाकर के बीच साल 2019 में प्रेम संबंधों की शुरुआत हुई थी। उनके परिवार इसके पक्ष में नहीं थे। इसलिए दोनों को मुश्किल समय का भी सामना करना पड़ा। सूत्रों ने बताया कि पहले दोनों पालघर में अपने परिवार के साथ रहते थे। बाद में आफताब और श्रद्धा उच्च शिक्षा और नौकरियों के लिए मुंबई चले गए और साथ ( Live-in Relationship)रहने लगे थे। एक जांच अधिकारी ने कहा कि श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों से थे और उनके माता-पिता उन्हें एक साथ रहने के लिए स्वीकार नहीं कर सकते थे।
अलग-अलग काम के बाद भी रहे साथ
श्रद्धा वाकर ने साल 2019 में ही एक स्पोर्ट्स रिटेल कंपनी में काम शुरू किया था। वहीं आफताब पूनावाला ने एक फाइव स्टार होटल में शेफ के रूप में अपनी ट्रेनिंग पूरी की थी। आफताब फ़ूड फ़ोटोग्राफ़ी, व्लॉगिंगऔर रेस्तरां के लिए डिजिटल मार्केटिंग में भी शामिल था। उसके इंस्टाग्राम हैंडल पर 28,000 से भी ज्यादा फॉलोअर्स हैं। बाद में पूनावाला ने उस काम को छोड़ दिया और उस कंपनी में शामिल हो गया जहां श्रद्धा वाकर ने कॉल सेंटरों में नौकरी पाने से पहले काम किया था।
ऐसे शुरू हुई थी श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला में लड़ाई
जांच अधिकारी ने कहा कि आफताब पूनावाला की पूछताछ से कथित तौर पर पता चला कि दोनों “छोटी-छोटी बातों पर लड़ने लगे”, और “रिश्ते खराब हो गए”। “उन्हें एक-दूसरे पर धोखा देने और झूठ बोलने का शक था। वे एक-दूसरे को फोन करते थे और सटीक जीपीएस लोकेशन और अपने आसपास की तस्वीरें मांगते थे। श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला के झगड़े अक्सर हिंसक हो जाते थे।
श्रद्धा मर्डर केस में आफताब से पूछताछ के बाद पुलिस का खुलासा, देखें वीडियो:
झगड़े से बचने के लिए हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की सैर
पुलिस सूत्रों ने कहा कि श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला झगड़े से “ब्रेक” चाहते थे। इसलिए अप्रैल में दोनों ने मुंबई के अपने घर को छोड़कर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की वादियों जाने के लिए बैकपैक किया। यात्रा के बाद लिव-इन रिलेशन में रहने वाले कपल ने दिल्ली में शिफ्ट होने का फैसला किया। उन दोनों ने इस फैसले की वजह से महरौली के छतरपुर पहाड़ी इलाके में 15 मई को किराए पर एक कमरे का फ्लैट लिया।
दिल्ली शिफ्ट होने के तीन बाद ही श्रद्धा वाकर का बेरहमी से कत्ल
दिल्ली शिफ्ट होने के तीन दिन बाद ही श्रद्धा वाकर और आफताब पूनावाला फिर से झगड़ पड़े। यह झगड़ा श्रद्धा वाकर के लिए घातक हो गया और उसकी जिंदगी बुरी तरह से खत्म हो गई। आफताब पूनावाला ने गला दबाकर उसका कत्ल कर दिया। एडिशनल डीसीपी (साउथ दिल्ली) अंकित चौहान ने कहा कि श्रद्धा वाकर लड़ाई के दौरान चिल्ला रही थी और आफताब पूनावाला ने उसका गला दबाकर और उसे दबोच कर चुप कराने की कोशिश की। इसी झगड़े के दौरान श्रद्धा की मौत हो गई।