Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi CM) अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और उपराज्यपाल वीके सक्सेना (LG VK Saxena) के बीच लगातार विवाद चल रहा है। अब इसमें एक और मुद्दा जुड़ गया है। मंगलवार को सरकारी स्कूल के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के मुद्दे को लेकर केजरीवाल ने उपराज्यपाल को निशाने पर लिया और कहा कि ये कौन है जो हमारे सिर पर बैठ गया है। शिक्षकों को फिनलैंड भेजना है या नहीं, ये उपराज्यपाल तय नहीं कर सकते हैं।
विधानसभा में एलजी पर जमकर बरसे केजरीवाल
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में अरविंद केजरीवाल ने जमकर उपराज्यपाल पर हमला बोला और कहा सत्ताधारी आम आदमी पार्टी का मानना है कि उपराज्यपाल द्वारा लगातार अतिक्रमण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह एलजी कौन है? वे हमारे सिर पर बैठे हैं। वह यह तय करने वाले कौन हैं कि हमारे बच्चों को कैसे शिक्षित किया जाना चाहिए? इन लोगों ने हमारे बच्चों को अशिक्षित रहने दिया है। एलजी के पास हमें रोकने की शक्ति नहीं है। जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं है। हम कल को केंद्र में हो सकते हैं। हमारी सरकार एलजी के साथ लोगों को परेशान नहीं करेगी।”
एलजी मेरे हेडमास्टर नहीं, बोले केजरीवाल
केजरीवाल ने चुटकी लेते हुए कहा, “जिस तरह यह एलजी मेरा होमवर्क चेक कर रहे हैं, स्पेलिंग, लिखावट की शिकायत कर रहे हैं, उस तरह तो मेरे शिक्षकों ने मेरा होमवर्क चेक नहीं किया…वह मेरे हेडमास्टर नहीं हैं? मैं एक निर्वाचित मुख्यमंत्री हूं।”
केजरीवाल और आप का उपराज्यपाल पर आरोप है कि प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने की दिल्ली सरकार की योजना को रद्द कर दिया गया है। वहीं, वीके सक्सेना ने इस बात से इनकार किया और कहा कि वे सिर्फ लागत-लाभ का विश्लेषण चाहते हैं। केजरीवाल ने कहा, “मैंने उनसे कहा, आप लागत-लाभ विश्लेषण के लिए पूछने वाले कौन होते हैं? जनता ने मुझे चुना। उन्होंने कहा कि ‘राष्ट्रपति ने मुझे चुना’।”
आप प्रमुख ने यह भी कहा कि उपराज्यपाल ने उनसे कहा कि बीजेपी ने उनकी वजह से एमसीडी की 104 सीटें जीती हैं और अगले आम चुनावों में बीजेपी दिल्ली की सभी लोकसभा सीटें जीतेगी। केजरीवाल ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उपराज्यपाल पुलिस, भूमि और सार्वजनिक व्यवस्था को छोड़कर अन्य किसी मुद्दे पर फैसला नहीं ले सकते हैं।”
बता दें कि उपराज्यपाल ने कल इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने शिक्षकों की यात्रा को रोका है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार देश में ही शिक्षकों को प्रशिक्षित करने पर विचार करे।