कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस को रोका जा सकता था, लेकिन उनकी पार्टी की सरकार की निष्क्रियता के कारण ऐसा नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि हालांकि उन्हें अंदर की कहानी का पता नहीं था, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को सुप्रीम कोर्ट में पेश वीएचपी के शपथ हलफनामों पर विश्वास कर बैठे।
क्या बोले दिग्विजय: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘तथ्य यह है कि हमारी नाकामी और मैं व्यक्तिगत तौर पर इसके लिए दोषी महसूस करता हूं। अगर कांग्रेस ने तब ऐहतियाती कदम उठाए होते और सेना तथा केंद्रीय सुरक्षा बलों को स्थान की रक्षा करने दी होती तो वह बाबरी मस्जिद विध्वंस रोक सकती थी।’ उन्होंने बताया कि वह उस समय भोपाल में थे।
National Hindi News, 07 August 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
अर्जुन सिंह के बारे में बताई यह बात: दिग्विजय सिंह ने इस घटना के फ़ौरन बाद नरसिम्हा राव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे अर्जुन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा नहीं देने पर बताया कि ‘उन्होंने अर्जुन सिंह से बात की थी और वह बाबरी विध्वंस के अगले ही दिन इस्तीफा देना चाहते थे लेकिन दोपहर में शायद उन्होंने सोचा कि उन्हें प्रधानमंत्री के साथ खड़ा होना चाहिए।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर प्रतिदिन सुनवाई हो रही है। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ इस विवाद की सुनवाई कर रही है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि इस मामले में मध्यस्थता की कोशिश सफल नहीं हुई है।