Clashes in Telangana: वाईएसआरटीपी (YSRTP) प्रमुख शर्मिला रेड्डी (YS Sharmila) के काफिले में शामिल पार्टी की प्रचार करने वाली बस को कुछ लोगों ने आग लगाने की कोशिश की। घटना वारंगल जिले के चेन्नाराओपेटा मंडल के लिंगागिरी गांव के पास हुई। एसीपी नरसमपेट आरवी फणींदर ने कहा कि बस में आग लगाने का प्रयास करने वाले लोग मौके से फरार हो गए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
गिरफ्तारी को गलत बताते हुए उन्होंने खुद को पीड़िता बताया
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला को वारंगल में उनके समर्थकों और तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि उनका कहना है कि पुलिस उन्हें क्यों गिरफ्तार कर रही है, यह समझ में नहीं आ रहा है। उन्होंने खुद को पीड़िता बताया। वाईएसआरटीपी के कार्यकर्ताओं ने विरोध करने की कोशिश की तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
YSR तेलंगाना पार्टी के कई नेताओं की कारों को भी क्षतिग्रस्त
शर्मिला ने पुलिस से पूछा कि वे उन्हें हिरासत में क्यों ले रहे हैं। जिन लोगों ने बस पर हमला किया पुलिस उन्हें नहीं पकड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस पार्टी के सदस्यों ने उनकी बस में आग लगा दी। इस दौरान उन लोगों ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी के कई नेताओं की कारों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। अपनी प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा के दौरान वे इसी बस में आराम करती थीं।
कहा- हमारी लोकप्रियता से तेलंगाना के CM को झटका लगा है
दरअसल शर्मिला पिछले 223 दिन से पदयात्रा पर हैं। उन्होंने कहा, “दो सौ दिन से ज्यादा हो चुकी उनकी पदयात्रा में काफी लोगों का जुड़ाव हुआ है। मैं और मेरी पार्टी के लोग और कार्यकर्ता तेलंगाना में व्याप्त अव्यवस्था और लोगों की परेशानियों को उजागर करने के लिए शांतिपूर्ण पदयात्रा कर रहे हैं। हमारी लोकप्रियता से मुख्यमंत्री केसीआर और उनकी पार्टी के लोगों को झटका लगा है। वे मुझे रोकना चाहते हैं।”
शर्मिला अपनी पदयात्रा में अब तक 3500 किमी कवर कर चुकी हैं
प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा अब तक 3500 किमी की दूरी तय कर चुकी है। इस दौरान शर्मिला 75 विधानसभा क्षेत्र के चार नगर निगमों, 208 मंडलों और 61 नगर पालिकाओं के तहत 1863 गांवों को कवर कर चुकी हैं। शर्मिला ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ पुलिस अधिकारी सत्ताधारी पार्टी का पक्ष ले रहे हैं। कहा, “लोगों के मुद्दे उठाने और उनकी परेशानियों का दूर करने के मेरे प्रयासों को वे लोग बाधित कर रहे हैं।”