रायपुर के केंद्रीय विद्यालय की एक टीचर द्वारा रेप की घटनाओं को लेकर विवादित बयान दिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बायोलॉजी की इस टीचर का कहना है कि जो लड़कियां लड़कों के सामने छोटे कपड़े पहनकर आती हैं, वे निर्भया जैसे गैंगरेप को न्योता देती हैं। इस आरोपी टीचर का नाम स्नेहलता शंखवार है। शंखवार ने यह बात छात्राओं से एक काउंसलिंग सेशन के दौरान कही। इस घटना के बाद कई छात्राओं ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की, जिसके बाद सोमवार को लड़कियों के परिजन स्कूल के प्रिंसिपल भगवान दास अहीर के पास जा पहुंचे। उन्होंने इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की और आरोपी टीचर के खिलाफ केस दर्ज करवाया।
वहीं प्रिंसिपल ने भी यह बात स्वीकार की है कि उन्हें एक गुमनाम पत्र मिला था, जिसमें यह बताया गया था कि आरोपी टीचर छात्रों से क्लास में क्या कहती है लेकिन उन्होंने यह सोचा था कि किसी ने उनके साथ कोई मजाक किया है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी टीचर जब बच्चों की काउंसलिंग कर रही थी तब क्लास नौवीं और ग्याहरवीं की छात्राओं ने उसका चुपके से एक ऑडियो टेप रिकॉर्ड कर लिया। टीओआई की रिपोर्ट ने दावा किया है कि इस ऑडियो टेप के मुताबिक, टीचर ने लड़कियों को जींस न पहनने और लिपस्टिक न लगाने के लिए चेतावनी दी थी। उसने कहा “लड़कियां अपने शरीर को केवल उस समय प्रदर्शित करती हैं जब उनके पास सुंदर चेहरा नहीं होता। लड़कियां बेशर्म होती जा रही हैं। क्यों निर्भया इतनी रात को एक लड़के के साथ बाहर गई जो कि उसका पति नहीं था? निर्भया की मां को उसे रात में बाहर नहीं जाने देना चाहिए था। ऐसी घटनाओं को जो लड़कियां फेस करती हैं वे शापित होती हैं और यह उनके लिए एक सजा है।”
छात्राओं के परिजनों के अनुसार, लड़कियों को बहुत शर्म आती है जब आरोपी टीचर लड़कों के सामने इस तरह की बात करती है। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी टीचर उनसे कहती थी कि “लड़की अपना शरीर दिखाती है जिसका मतलब लड़के समझते हैं कि वो चाह रही है, इसकी इच्छा है, इसका चालचलन ठीक नहीं है।” इस मामले की जानकारी केंद्रीय विद्यालय संगठन के अधिकारियों को दे दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरोपी टीचर के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इस मामले में आरोपी टीचर ने खुद को बेगुनाह बताया है। एएनआई के अनुसार, स्नेहलता ने कहा “मैंने ग्याहरवीं क्लास के छात्रों को शाम को साढे आठ बजे बाहर घूमते हुए देखा और उन्हें सलाह दी कि वे घर चले जाएं। किसी व्यक्ति की सुरक्षा खुद उसके हाथ में होती है। निर्भया के साथ जो हुआ वह गलत था लेकिन वह देर रात बाहर नहीं होती तो वह खुद को बचा सकती थी। मैंने केंद्रीय विद्यालय के कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार लड़कियों को आदेश दिया। परिजनों को कम से कम यह देखना चाहिए कि उनके बच्चे स्कूल की पोशाक ठीक से पहनें।”
I instruct girls according to KV code of conduct.Parents should ensure that their children should at least wear the school uniform properly.I have objected&pointed out at girl students for wearing lipstick at times: S Singh,teacher at KV-I in Raipur over her controversial remarks
— ANI (@ANI) January 30, 2018

