Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ (Chandigarh) के नवनिर्वाचित मेयर अनूप गुप्ता (Anup Gupta) ने सेक्टर 24 स्थित मेयर के आधिकारिक आवास में नहीं जाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि जब तक मैं वहां सेट हो जाऊंगा तब तक मेरे वापस जाने का समय आ जाएगा।
Anup Gupta नए घर में नहीं होंगे शिफ्ट
द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए अनूप गुप्ता ने कहा, “वास्तव में 350 दिनों के लिए वहां शिफ्ट होने का कोई मतलब नहीं है। पहले तो वहां शिफ्ट होने में करीब एक महीने का समय लगता है। फिर लोगों को यह बताने में एक महीना और लगेगा कि मैं वहां चला गया हूं ताकि वे वहां आकर मुझसे मिल सकें। जब तक लोगों को इसकी आदत हो जाएगी और मैं वहां बस जाऊंगा, तब तक वापस जाने का समय आ जाएगा।”
नया मोबाइल फोन भी नहीं लेंगे Chandigarh New Mayor
गौरतलब है कि चंडीगढ़ में मेयर का कार्यकाल एक साल का होता है। वहीं, यह पूछने पर कि क्या वह अनलिमिटेड कॉल की सुविधा के साथ नया मोबाइल फोन लेंगे, जिसके लिए मेयर हकदार हैं? इसके जवाब में अनूप गुप्ता ने कहा, “एक पार्षद के रूप में भी जब मैं सार्वजनिक निधि से लैपटॉप लेने का हकदार था तो मैंने इसे नहीं लिया। फिर मैं नए फोन के लिए सार्वजनिक धन क्यों बर्बाद करूंगा? मेरे पास एक है और यह वास्तव में अच्छी तरह से काम कर रहा है।”
सिर्फ 1 वोट से जीता था Mayor Election
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में BJP के अनूप गुप्ता ने आम आदमी पार्टी के जसबीर सिंह को महज एक वोट के अंतर से हराया था। मेयर चुनाव में कुल 29 वोट पड़े थे जिसमें अनूप गुप्ता को 15 वोट मिले थे जबकि जसबीर सिंह लाडी ने 14 वोट हासिल किए थे। कांग्रेस के 6 और अकाली दल के 1 पार्षद ने इस चुनाव से अपनी दूरी बना ली थी, जिससे बीजेपी के लिए जीत की राह आसान हो गई थी।
पहली बार डिप्टी मेयर से सीधे मेयर बने Anup Gupta
चंडीगढ़ नगर निगम के इतिहास में कोई डिप्टी मेयर अगले ही साल मेयर बना है। इससे पहले रविकांत शर्मा सीनियर डिप्टी मेयर के बाद लगातार दूसरी बार मेयर बने थे। अनूप गुप्ता के पिता भी मेयर का चुनाव लड़े थे। उनके पिता राजेश गुप्ता साल 2001 में पार्षद का चुनाव जीते थे। साल 2003 में उन्होंने भी मेयर पद के लिए पर्चा भरा था।