सावन में बाबा भोलेनाथ को शिवभक्त जल चढ़ाने के लिए कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान सभी शिवभक्त गंगा और पवित्र नदियों का जल लेकर जयकारा लगाते हुए शिव के धाम को पैदल ही टोली बनाकर जाया करते हैं। उनके साथ जो कांवड़ होती है, वह रंग-बिरंगा और तमाम तरह के सजावट वाली होती है। उसमें लोटे में जल होता है। सभी कांवड़िए अपनी कांवड़ को कंधे पर लटकाए रहते हैं। इस बार मेरठ में एक ऐसी कांवड़ तैयार की गई है, जो बहुत ही अनोखी और हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन रही है। इस कांवड़ को बुलडोजर वाली कांवड़ कहा जा रहा है।
मेरठ के सदर की गढ़िया वाली मस्जिद के सामने एक हिंदू और मुस्लिम परिवार ने मिलकर इस कांवड़ को तैयार किया है। इन लोगों का कहना है कि ऐसा करके उन्हें बेहद खुशी हो रही है। करीब 250 लोगों की इनकी टोली हरिद्वार से जल लेकर बाबा भोले को चढ़ाने के लिए नाचते-गाते और जयकारा लगाते हुए रवाना हुआ। 15 फीट लंबा और 75 किलो भारी कांवड़ 45,000 रुपये की लागत से बनाई गई है।
अशरफ खान ने कहा- सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश है हमारा काम
सदर निवासी अशरफ खान के मुताबिक क्षेत्र के हिंदू और मुस्लिम परिवार पिछले 10 साल से संयुक्त रूप से कांवड़ बना रहे हैं। अशरफ ने कहा, “हममें से कोई भी यह काम पैसा कमाने के लिए नहीं करता है। कांवड़ यात्रा के दौरान दोनों समुदायों का संयुक्त प्रदर्शन उन राजनीतिक दलों के लिए एक जोरदार संदेश है, जो हमेशा राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक वैमनस्य के बीज बोने की कोशिश करते हैं।” उन्होंने कहा कि हमारा काम सांप्रदायिक सद्भाव का एक संदेश है।
पिछले दो साल से कोविड की वजह से कांवड़िए जल लेकर नहीं जा सके थे। इस बार यह यात्रा फिर से शुरू हो गई है। यूपी के सीएम योगी ने जब से अपराध करने वालों के खिलाफ बुलडोजर चलाने की मुहिम शुरू की है, तब से बुलडोजर चर्चा का विषय बना हुआ है। अब सावन माह में कांवड़ यात्रा में भी बुलडोजर आ गया है। मेरठ के शिवभक्तों ने इलाके के मुस्लिम परिवार के साथ मिलकर बुलडोजर वाली कांवड़ तैयार कर इस बार सावन को खास बना दिया है।
आज रात से वन-वे हो जाएगा NH-58
कांवड़ यात्रा में भारी संख्या में कांवड़िए जल लेकर शिवधाम जलाभिषेक करने जाते हैं। इसको देखते हुए दिल्ली हाईवे (एनएच-58) को बुधवार (20 जुलाई 2022) रात 12 बजे से वन-वे कर दिया जाएगा। इस दौरान एक लेन में हल्के वाहनों का ही संचालन हो सकेगा। दूसरी तरफ दिल्ली रोड पर हल्के वाहनों को 23 जुलाई की मध्य रात्रि से रोक दिया जाएगा। हरिद्वार से दिल्ली जाने वाली लेन में कांवड़िए चलेंगे। दूसरी लेन में यातायात पुलिस से वाहन पास लेकर ही किसी को भी जाने की अनुमति होगी।
कांवड़ यात्रा में एक खास बात यह है कि कई लोग कई तरह की मनौती माने होते हैं और वह उसके पूरे होने तक लगातार कांवड़ यात्रा करते हैं। कई ऐसे भी लोग हैं जिनकी मनौती पूरी हो गई है। इसलिए वे भगवान के सेवा के लिए कांवड़ यात्रा पर जाते हैं और जलाभिषेक करके प्रभु भोलेनाथ से आभार प्रकट करते हैं।