छत्तीसगढ़ में शनिवार को माओवादियों ने एक और बीजेपी कार्यकर्ता हत्या कर दी। 6 दिनों में यह तीसरा मामला है, जब किसी भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। बस्तर क्षेत्र के दंतेवाड़ा में पार्टी के एक पदाधिकारी और पूर्व ग्राम सरपंच की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि मृतक की पहचान 43 वर्षीय रामधर आलमी के रूप में हुई है। आलमी 2015 से 2020 तक हितामेटा के पूर्व सरपंच थे। पुलिस ने कहा कि घटनास्थल से माओवादियों का एक पत्र भी बरामद किया गया, जिसमें आरोप लगाया गया कि आलमी पुलिस का मुखबिर था और बोधघाट बांध परियोजना में शामिल था।
धार्मिक अनुष्ठान से वापस लौट रहे थे, माओवादियों ने जंगल में घेरा
आलमी आदिवासी देवी के लिए धार्मिक अनुष्ठान करने वाले एक पर्मा भी थे। शुक्रवार को वे अपने रिश्तेदारों के साथ कुछ धार्मिक अनुष्ठानों के लिए थुलथुली के लिए निकले थे और शनिवार दोपहर को हितामेटा लौट रहे थे। इसी दौरान कुछ माओवादियों ने उन्हें रोक लिया, जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। इनके पास कुल्हाड़ी और धनुष-तीर भी थे।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने आलमी के हाथ बांध दिए और उन्हें जंगल के अंदर ले गए। लगभग 30 मिनट बाद वे वापस लौटे और आलमी के रिश्तेदार को एक पत्र देकर आलमी की मृत्यु के जानकारा दी। आलमी के रिश्तेदारों ने देखा कि उनके सिर के पिछले हिस्से पर कुल्हाड़ी के जख्म थे। आलमी की दो पत्नियां, बच्चे और एक भाई है।
15 सालों से भाजपा से जुड़े थे आलमी
दंतेवाड़ा के भाजपा जिलाध्यक्ष चैतराम अटामी ने बताया कि आलमी 15 सालों से भाजपा के साथ थे। वे साल 2018 में बारसूर संभाग के सहायक अध्यक्ष भी रहे। चैतराम ने बताया कि उन्हें भी धमकियां मिली हैं इसलिए उनको सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।
इससे पहले, 5 फरवरी को बीजापुर जिले में तीन माओवादियों ने अवापल्ली के भाजपा के मंडल प्रमुख नीलकंठ काकेम की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद 10 फरवरी को नारायणपुर जिले में भाजपा के उप प्रमुख सागर साहू की उनके घर पर दो संदिग्ध माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।