Gudi Padwa: इस साल मुंबई भाजपा ने गुड़ी पड़वा को और अधिक उत्साह के साथ मनाने की पहल की है। पार्टी ने फैसला किया है कि लगभग एक लाख कार्यकर्ता त्योहार सेलिब्रेट करने के लिए शहर भर में अपने घरों पर गुड़ियां फहराएंगे। महाराष्ट्र के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में धूमधाम के साथ महाराष्ट्रीयन नव वर्ष गुड़ी पड़वा का त्योहार मनाया जाता है। अलग-अलग वर्ग और सामुदायिक रेखाओं से ऊपर उठकर लोग नए साल का स्वागत पारंपरिक तरीके से निजी, पारीवारिक या सार्वजनिक समारोहों के जरिए करते हैं। मुंबई के गिरगाँव में बुधवार (22 मार्च, 2023) को बड़ी संख्या में लोग मराठी नववर्ष ‘गुड़ी पड़वा’ मनाने के लिए इकट्ठा हुए।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने निकाली शोभायात्राएं और जुलूस
इस साल मुंबई भाजपा ने गुड़ी पड़वा को और अधिक उत्साह के साथ मनाने की पहल की है। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा, ‘हमने गुड़ी पड़वा मनाने का फैसला किया है। यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार साढ़े तीन शुभ मुहूर्तों में से एक है। नए साल का स्वागत करने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने घरों पर गुड़ियां फहराई हैं। इसके अलावा बूथ प्रमुखों और कार्यकर्ताओं ने मुंबई के विभिन्न हिस्सों में शोभा यात्राएं या जुलूस भी निकाले। लालबाग, परेल, वर्ली, विले पार्ले, बोरीवली, डोंबिवली, कल्याण और दहिसर में राज्य की संस्कृति को प्रदर्शित करने वाले जुलूस निकाले गए।
मराठी मतदाताओं के बीच पैठ बनाने की रणनीति का हिस्सा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे में गुड़ी फहराई और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में अपने घर में त्योहार का जश्न मनाया।गुड़ी पड़वा के माध्यम से लोगों तक पहुंचने का पार्टी का निर्णय शहर में मराठी मतदाताओं के बीच अपनी पैठ बनाने की रणनीति का हिस्सा है। मुंबई में भाजपा की सबसे बड़ी चुनौती आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम चुनाव (BMC Polls) है। यहां मराठियों की आबादी 30 प्रतिशत तक है, उत्तर भारतीय मतदाता 20 प्रतिशत हैं और गुजराती 17 प्रतिशत हैं। शेष 33 प्रतिशत में दूसरे कई समुदाय शामिल हैं।
शिवसेना (यूबीटी) की मुख्य ताकत रहे हैं मराठी मतदाता
मराठी मतदाता पिछले तीन दशकों में बीएमसी में स्पष्ट बढ़त देते हुए शिवसेना (यूबीटी) की मुख्य ताकत रहे हैं। वे 227 वार्डों वाले मुंबई निकाय चुनावों में चुनावी नतीजों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। भाजपा को उत्तर भारतीयों और गुजरातियों का समर्थन प्राप्त है। अब उसने महसूस किया है कि वह मराठी के अपने पारंपरिक मतदाता आधार का फायदा किए बिना उद्धव ठाकरे सेना से नहीं लड़ सकती।
बीएमसी जीतने के लिए 227 में 114 सीटों की जरूरत
2017 में भाजपा ने बीएमसी में 82 सीटें जीती थीं। उद्धव ठाकरे की शिवसेना से वह सिर्फ दो सीट कम हासिल कर पाई। बीएमसी को जीतने के लिए भगवा पार्टी को 227 में से 114 सीटों की जरूरत होगी। भाजपा के पास सहयोगी के रूप में एकनाथ शिंदे की शिवसेना है और ठाकरे शिवसेना को कांग्रेस और राकांपा का समर्थन प्राप्त है।
भाजपा की विचारधारा का अभिन्न अंग है सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
यह कहते हुए कि भाजपा त्योहारों के साथ राजनीति को नहीं मिला रही है शेलार ने तर्क दिया कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पार्टी की विचारधारा का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश सेवा में विश्वास रखने वाली पार्टी है और हिंदू संस्कृति की समृद्ध विरासत को वह आगे बढ़ा रही है। शेलार ने कहा, “गुड़ी जीत का प्रतीक है और इसलिए प्रत्येक हिंदू परिवार को गुड़ी पड़वा को बड़े उत्साह के साथ मनाना चाहिए। उन्हें हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में अपने घर पर एक गुड़ी फहराना चाहिए।”
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शिंदे- फडणवीस सरकार में हिंदू त्योहारों का अधिक महत्व
शेलार ने बताया कि एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार के तहत हिंदू त्योहारों को अधिक महत्व मिला है। उन्होंने कहा, “राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार के सत्ता में आने के बाद भाजपा ने दही हांडी, गणेशोत्सव, नवरात्रि, दिवाली और शिव जयंती सहित विभिन्न त्योहार मनाए और मुंबईकरों ने भी इन समारोहों में भाग लिया।” जश्न मनाने से अलग भाजपा नेताओं ने यह भी कहा कि उन्होंने एक सावधानीपूर्वक योजना भी बनाई है। उन्होंने कहा कि इसमें एक आउटरीच कार्यक्रम शामिल है। त्योहारों के माध्यम से यह सामुदायिक तौर पर लोगों को साथ लाने के लिए एक मजबूत मंच का काम करता है।