पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने लालू यादव की राजद से नाता तोड़ लिया है। उनका कहना है कि हम अभी किसी पार्टी में नहीं है। हिना शहाब ने बताया कि अब वो बिहार का दौरा करने जा रही हैं। उसके बाद कुछ बड़ा फैसला होगा। उनके बयान के बाद से सिवान से लेकर पटना तक सियासी गलियारों में हड़कंप मच हुआ है। राजद नेता भी हैरत में हैं।
राजद के लिए ये एक बड़ा झटका है। एक तरफ सिवान की राजनीति में शहाबुद्दीन परिवार की गहरी पैठ है। वहीं मुस्लिम समुदाय पर भी इसका असर पड़ सकता है। शहाबुद्दीन जब जीवित थे तब सिवान की राजनीत उनके इर्द-गिर्द घूमती थी। इसके अलावा शहाबुद्दीन परिवार की पकड़ आज भी पूरे बिहार में मुस्लिमों पर है। शहाबुद्दीन के बाद अब उनकी पत्नी हिना शहाब और बेटे ओसामा उनकी विरासत संभाले हुए हैं।
जानकारों का कहना है कि शहाबुद्दीन समर्थक हिना को राज्यसभा भेजने की मांग कर रहे थे। राबड़ी आवास के सामने पोस्टर लगाकर शहाबुद्दीन के समर्थकों ने ये मांग उठाई थी। हिना शहाब को राज्यसभा नहीं भेजने से समर्थकों में काफी नाराजगी है। माना जा रहा है कि हिना शहाब ने राज्यसभा टिकट न मिलने पर कह दिया कि वो किसी भी पार्टी में नहीं हैं।
उधर एक अन्य घटनाक्रम में केंद्रीय मंत्री राम चंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह उस समय भड़क गए जब खबरनवीसों ने उन्हें नीतीश कुमार का हनुमान कहा। आरसीपी सिंह बिहार के जमुई जिले के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात की।
एक मीडियाकर्मी ने जब उनसे सवाल किया कि आप नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते रहे हैं। जैसे चिराग पासवान पीएम मोदी के हनुमान कहे जाते हैं, ठीक वैसे ही आपको भी कहा जाता है। इस सवाल पर आरसीपी सिंह भड़क उठे और कहा कि वो किसी के हनुमान नहीं है। उनका नाम रामचंद्र है और उन्हें उनके ही नाम से संबोधित किया जाए।