बिहार में जेडीयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बड़ा बयान दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने न्यूज एजेंसी ANI से पटना में बातचीत में कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है तो स्वाभाविक रूप से पार्टी से जुड़े हुए कोई भी व्यक्ति को चिंता होगी। इसका मकसद यही है कि पार्टी इस पर ध्यान दे।
उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि सबको मालूम है कि पहले की तुलना में पार्टी कमजोर हुई है लेकिन इसे मजबूत बनाना है इस पर पार्टी में चर्चा होगी।
बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए बयान (Ramcharitmanas Remark Row) के बाद छिड़े विवाद पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस बयान से सीधे भाजपा को फायदा होगा। जिन विषयों पर उन्होंने बोला वह भाजपा के एजेंडे में आते हैं। भाजपा के एजेंडे पर बोलने का मतलब उनकी पिच पर खेलना है। अगर हम वहां खेलेंगे, तो किसका फायदा होगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारा एजेंडा सोशल जस्टिस (social justice), सेक्युलरिज्म (secularism), विकास (development) और सीएम द्वारा इन सालों में किया गया काम (Chief Minister Work) है। आरजेडी ने कहा कि वो चंद्रशेखर के बयान के साथ खड़े हैं। इसका क्या मतलब है? मामले का संज्ञान लिया जाए, इसकी जरूरत है।
JD(U) MLC ने किया रामचरितमानस का पाठ
इससे पहले जेडीयू के एमएलसी नीरज सिंह (JDU MLC Neeraj Singh) और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir Patna) के बाहर रामचरिमानस का पाठ किया। उन्होंने कहा, “मैं यहां भक्ति-भाव से आया हूं … मैं सिर्फ इतना अनुरोध करना चाहता हूं – डॉ. राम मनोहर लोहिया (Ram Manohar Lohia), डॉ. बीआर अंबेडकर (BR Ambedkar) और महात्मा गांधी (Mahatama Gandhi) के शब्दों और कार्यों को याद करके राम और रहीम का सम्मान करें।”
‘वो चरवाहा विद्यालय से पढ़े हुए हैं तो ज्ञान कहां से होगा’
रामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान पर भाजपा सांसद रमा देवी ने कहा कि शिक्षा मंत्री रामचरितमानस पर बयान दिए हैं तो सभी को सोचना होगा कि वो जिस पार्टी के नेता हैं, वो चरवाहा विद्यालय से पढ़े हुए हैं तो ज्ञान कहां से होगा।