‘गिद्ध’ बन रैली कर रहे जदयू नेता, लालू यादव ने कहा- बिहार में दम तोड़ चुकी है स्वास्थ्य व्यवस्था
कोरोना को लेकर सामाजिक भेद्यता सूचकांक के मामले में दरभंगा सबसे जोखिम वाला जिला है। देश के 20 सबसे कमजोर जिलों में 8 जिले बिहार में हैं। इसमें दरभंगा एक स्कोर के साथ कोरोना को लेकर सबसे असुरक्षित जिला है।

बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण और स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेष टीम आज (19 जुलाई) को पटना पहुंची। केंद्रीय टीम ने राज्य सरकार को सुझाव दिया कि मौजूदा हालात से निपटने के लिए कोरोना की जांच के तरीके में बदलाव लाया जाए। इसके बिना हालात में परिवर्तन लाना मुश्किल है। केंद्रीय टीम ने बैठक में ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर जोर दिया। कहा कि पहले संक्रमित को चिन्हित कर अलग करें। तभी संक्रमण की चेन टूटेगी और रिकवरी रेट में बढ़ोतरी होगी।
केंद्रीय टीम ने कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र ने इसी के आधार पर संक्रमण से मुकाबला किया है और बेहतर परिणाम आए हैं। बिहार की जो मौजूदा स्थिति है वह पहले इन दोनों राज्यों में थी। केंद्रीय टीम ने माना कि बिहार में अभी संक्रमण के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्थिति नहीं है। इस टीम का नेतृत्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने किया। उनके साथ इस टीम में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. एसके सिंह और एम्स मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल शामिल हैं।
इस बीच, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद के प्रमुख लालू प्रसाद ने प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात के दयनीय, अराजक और विस्फोटक होने की बात कहते हुए रविवार को आरोप लगाया कि इस रोग पर नियंत्रण पाने के लिए राज्य सरकार को ‘बाज’ बनने की जगह सत्ताधारी दल जदयू के नेता लोगों का ‘शिकार’ करने के लिए ‘गिद्ध’ बन आसन्न विधानसभा चुनाव को लेकर रैली कर रहे हैं।
पड़ोसी राज्य झारखंड के रांची में चारा घोटाला मामले को लेकर सजा काट रहे लालू ने रविवार को ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘बिहार में कोरोना के कारण स्थिति दयनीय, अराजक और विस्फोटक है। स्वास्थ्य व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण के लिए सरकार को बाज़ बनना था लेकिन जदयू नेता लोगों का शिकार करने के लिए “गिद्ध” बन रैली कर रहे है। मुख्यमंत्री चार महीनों में चार बार भी आवास से बाहर नहीं निकले।’
बता दें कि सूबे में कोरोना के मामले 10 दिन में दोगुने हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कोरोना के 739 नए मामले सामने आए हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24967 हो गई है। संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि के कारण 31 जुलाई तक राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है।
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झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से धनबाद में दो और व्यक्तियों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गयी है। राज्य में 289 नये मरीज सामने आने से कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5385 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की शनिवार देर रात्रि जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में धनबाद में दो और मरीजों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 तक पहुंच गयी है।
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Highlights
बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और बाढ़ की गंभीर होती स्थिति पर विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर लापरवाही बरतने और समय पर कदम नहीं उठाने का आरोप लगाते हुए हमला बोला।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक जिन 179 लोगों की मौत हुई है, उनमें से पटना में 28, भागलपुर में 16, गया में 13, दरभंगा में 10, मुजफ्फरपुर में 08, बेगूसराय, समस्तीपुर, नालंदा एवं पूर्वी चंपारण एवं सारण में 07-07, रोहतास तथा सीवान में 06-06, खगड़िया, मुंगेर एवं पश्चिम चंपारण में 05-05, भोजपुर, जहानाबाद, नवादा एवं वैशाली में 04-04, कैमूर, किशनगंज एवं सीतामढ़ी में 03-03, अररिया, औरंगाबाद, कटिहार, मधुबनी एवं पूर्णिया में 02-02 तथा अरवल, बांका, गोपालगंज, जमुई, मधेपुरा, सहरसा एवं शिवहर जिले में 01—01 मरीज की मौत हुई है।
केंद्रीय टीम के रविवार से दो दिवसीय बिहार दौरे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रदेश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से बातचीत की।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान खगड़िया एवं सारण जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत के साथ प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हो गई।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान दो और व्यक्तियों की मौत हो जाने से इस रोग से अब तक मरने वालों की संख्या 179 हो गई है। इसके साथ ही इस अवधि में संक्रमण के 1,412 नए मामले सामने आने से कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 26,379 हो गई है ।
केंद्रीय संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में बिहार पहुंची स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम सोमवार को गया में मेडिकल कॉलेज अस्पताल और किसी एक कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण करेगी। स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पटना में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक व कोविड अस्पताल व आइसोलेशन सेंटर के निरीक्षण के बाद केंद्रीय टीम गया के लिए रवाना हो गई।
लालू यादव का इशारा आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू द्वारा आयोजित किए जा रहे वर्चुअल संवाद की ओर था। बिहार जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने लालू की उक्त टिप्पणी की भाषा को ‘अराजक, बर्बर और हिंसक’ करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी को झेल रही है और पिछले 100 घंटे में 10 लाख नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 7-8 दिन में बिहार समेत नौ राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हुई है। राजीव ने कहा, ‘यह एक चुनौती है लेकिन राज्य की मशीनरी स्थिति से निपटने में सक्षम है। लालू प्रसाद की टिप्पणी पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है।’
वहीं, बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि कोरोना के इलाज में जुटे डॉक्टरों समेत सभी स्वास्थ्यर्मियों को होटलों में आइसोलेशन सुविघा उपलब्ध कराई जाए, ताकि उनके परिजनों पर इसका असर न पड़े। आदेश में कहा गया है कि पटना में होटलों के कमके और खाने के लिए 4000 रुपये प्रति कमरा, जबकि जिला मुख्यालयों में 3000 रुपये प्रति कमरा और मंडलों में 2500 रुपये प्रति रूम दिया जाएगा।
झारखंड के रामगढ़ जेल में कैदियों का इलाज करने वाला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। रविवार (19 जुलाई, 2020) को उसे कोविड-19 अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। रिपोर्ट आने से पहले डॉक्टर ने रामगढ़ जेल में 14 कैदियों का इलाज किया था। डॉक्टर की रिपोर्ट आने के बाद जेल में इलाज कराने वाले और अन्य कैदियों में हड़कंप मच गया है। डॉक्टर ने जिन 14 कैदियों का इलाज किया था, सभी को क्वारंटीन कर दिया गया है। जेल आईजी को पूरी रिपोर्ट भेज दी गई है।
पटना के एनएमसीएच (Nalanda Medical College and Hospital) में रविवार को कोरोनावायरस के तीन मरीजों की मौत हो गई है। इसमें एक पटना, एक मधेपुरा और एक मुजफ्फरपुर के रहने वाले थे। एक की उम्र 55, एक की उम्र 73 और तीसरे की उम्र 50 साल है।
झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। दिल्ली से लौटे 37 साल के इस आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के जवान के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद घाघरा प्रखंड मुख्यालय के लोग दहशत में हैं। दिल्ली से लौटने के बाद घाघरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसने अपना सैंपल दिया था। शनिवार देर शाम रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे घाघरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया। वह डुको पंचायत का रहने वाला है। अभी घाघरा देवी मंडप रोड में पत्नी और दो बच्चों के साथ किराये के मकान में रहता है। पिछले दिनों गांव में अपने माता-पिता से मिलने भी गया था।
गिरधारी लाल जोशी।बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को बताया कि आइसोलेशन सेंटरों में जिन कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है, उनके आहार दर और भोजन तालिका निर्धारण का आदेश जारी कर दिया गया है। पहले जहां पौष्टिक आहार के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज अधिकतम एक सौ रुपये मिलते थे। जो अब प्रति मरीज अधिकतम 175 रुपए तय किया गया है। इसमें सुबह की चाय , बिस्कुट, नाश्ता, दिन का भोजन, शाम की चाय और बिस्कुट समेत रात का भोजन भी शामिल है। साथ ही जहां आरओ मशीन की सुविधा नहीं है, वैसे आइसोलेशन सेंटरों पर बोतल बंद शुद्ध पानी के लिए प्रतिदिन प्रति मरीज 50 रुपये अतिरिक्ति निर्धारित किया गया है। ताकि मरीजों को शुद्ध पीने के पानी की कमी नहीं हो।
गिरधारी लाल जोशी।बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने रविवार को बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के लिए 264 वेंटिलेटर और दिए हैं। ये वेंटिलेटर बिहार स्वास्थ्य विभाग को मिल चुके हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने 100 वेंटिलेटर दिए थे। 30 वेंटिलेटर राज्य सरकार ने अपने स्तर पर उपलब्ध कराए हैं। कोरोना मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए स्वास्थ्य महकमा हरसंभव कोशिश कर रहा है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के भेजे 264 वेंटिलेटर में से 25 वेंटिलेटर एम्स, पटना एवं शेष वेंटिलेटर राज्य के विभिन्न मेडिकल कालेज अस्पताल में लगेंगे। साथ ही और 100 वेंटिलेटर केंद्र सरकार की तरफ से जल्द मिलने वाले हैं। इन वेंटिलेटरों के लगने से मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में कोरोना मरीजों का बेहतर इलाज संभव होगा। जहां कोरोना मरीजों के लिए 100-100 बेड आरक्षित रखे गए हैं।
राजधानी पटना के 30 बड़े अस्पतालों में भी अब कोरोना संक्रमण का इलाज हो सकेगा। सरकार ने इन अस्पतालों को इलाज की इजाजत दे दी है। अब ये अस्पताल मरीजों को सरकारी अस्पताल रेफर नहीं कर सकेंगे। हालांकि, इन अस्पतालों को अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाना होगा। पटना का जिलाधिकारी ने निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक के बाद बताया कि एक-दो दिन में इन अस्पतालों में इलाज शुरू हो जाएगा। इन अस्पतालों में इलाज मुफ्त नहीं होगा।
सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जिला पदाधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि जांच का दायरा बढ़ाया जाए। इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए बीमारी के लक्षण वाले लोगों की भी कोरोना की जांच नहीं करने का आरोप भी लगाया है। सांसद ने पदाधिकारियों से इस मामले में जांच और कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि कोरोना के इलाज में जुटे डॉक्टरों समेत सभी स्वास्थ्यर्मियों को होटलों में आइसोलेशन सुविघा उपलब्ध कराया जाय, ताकि उनके परिजनों पर इसका असर न पड़े। आदेश में कहा गया है कि पटना में होटलों के कमके और खाने के लिए 4000 रुपये प्रति कमरा जबकि जिला मुख्यालयों में 3000 रुपये प्रति कमरा और मंडलों में 2500 रुपये प्रति रूम दिया जाएगा।
बिहार में बढ़ते कोरोना और स्थिति का जायजा लेने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेष टीम आज (19 जुलाई) को पटना पहुंची। इस टीम का नेतृत्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कर रहे हैं। उनके साथ इस टीम में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ एसके सिंह और एम्स मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज निश्चल शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे की अध्यक्षता में शुक्रवार को नयी दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक हुई थी, जिसमें बिहार की स्थिति पर चर्चा हुई थी। मीटिंग में तय किया गया था कि केंद्रीय टीम बिहार का दौरा करेगी और वहां का जायजा लेगी।
बिहार के अररिया में अबतक 247 मामले सामने आए हैं और दो की मौत हो चुकी है। अरवल में 242 मामले सामने आए हैं और एक की मौत हुई है।औरंगाबाद में 414 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं और दो की जान कोरोना के चलते गई है। बांका में 354 लोग संक्रमित हुए और एक की मौत हुई है। बेगुसराय में 1075 मामले अबतक सामने आए हैं और सात की मौत हो गई है।
झारखंड में बिना मास्क पहने सड़कों पर निकल रहे लोगों को पुलिस दौड़ा-दौड़ा कर पकड़ रही है। उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर रही है। गढ़वा में एसपी के नेतृत्व में चलाए गए मुहिम में 50 लोगों को पकड़ा गया और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए। देर रात तक उन्हें रिहा किया गया।
राजधानी पटना के 30 बड़े अस्पतालों में भी अब कोरोना संक्रमण का इलाज हो सकेगा। सरकार ने इन अस्पतालों को इलाज की इजाजत दे दी है। अब ये अस्पताल मरीजों को सरकारी अस्पताल रेफर नहीं कर सकेंगे। हालांकि, इन अस्पतालों को अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाना होगा। पटना का जिलाधिकारी ने निजी अस्पतालों के संचालकों के साथ बैठक के बाद बताया कि एक-दो दिन में इन अस्पतालों में इलाज शुरू हो जाएगा। इन अस्पतालों में इलाज मुफ्त नहीं होगा।
बिहार में पटना में सबसे अधिक 28 मौतें हुई हैं, जिसके बाद भागलपुर में 16, गया में 13, दरभंगा में 10, मुजफ्फरपुर में आठ और पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, समस्तीपुर और नालंदा में सात-सात मौतें हुई हैं। बिहार में 1 जुलाई को 10,075 मामले थे, जो अब बढ़कर 24,967 हो गई है, यानी केवल 18 दिनों में संक्रमण के मामलों में 2.5 गुना की वृद्धि हुई है। यदि इसकी एक महीने पहले के आंकड़े से तुलना की जाए, तो मामलों में वृद्धि 3.5 गुना हुई है। 18 जून को 6,993 मामले थे।
पिछले 24 घंटे में एक दिन में अब तक के सबसे अधिक 38902 मामले सामने आए। वहीं, 543 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की तरफ से कहा गया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 10,77,618 पहुंच गए हैं। इनमें से 3.73 लाख लोगों का इलाज चल रहा है जबकि 6.77 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। कोरोना महामारी से अब तक 26,816 लोगों की मौत हो चुकी है। पढ़ें पूरी खबर
झारखंड में 5385 संक्रमितों में से 2245 सिर्फ प्रवासी मजदूर हैं जो देश के विभिन्न भागों से राज्य में वापस अपने घरों को लौटे हैं और महत्वपूर्ण रूप से पिछले चार दिनों से एक भी नया प्रवासी संक्रमित नहीं पाया गया है। राज्य में कोविड-19 के 5385 मरीजों में से 2656 अब तक ठीक हो चुके हैं जबकि 2681 विभिन्न अस्पतालों इलाज चल रहा है । कोविड-19 के 48 मरीजों की मौत हो चुकी है।
झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से धनबाद में दो और व्यक्तियों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गयी है। राज्य में 289 नये मरीज सामने आने से कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5385 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग की शनिवार देर रात्रि जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्य में धनबाद में दो और मरीजों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 तक पहुंच गयी है।
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को कहा कि बिहार कोविड-19 महामारी का वैश्विक ‘हॉटस्पॉट’ (अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र) बनने की ओर अग्रसर है। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर जांच की कम संख्या को लेकर निशाना साधा। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने कहा कि बिहार के आकार और जनसंख्या को देखते हुए प्रति दिन 30,000-35,000 नमूनों की जांच होनी चाहिए थी, लेकिन रोज केवल 10,000 नमूनों की ही जांच हो रही है। उन्होंने दावा किया कि यदि पर्याप्त जांच किए जाएं, तो हर दिन 4,000 से 5,000 मामले सामने आयेंगे और इस प्रकार राज्य कोरोना वायरस के मामले में देश में शीर्ष पर पहुंच जाएगा। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के न केवल राष्ट्रीय ‘हॉटस्पॉट’ बनने की प्रबल संभावना है, बल्कि यह महामारी के वैश्विक ‘हॉटस्पॉट’ बनने की ओर भी अग्रसर है।
बिहार में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि के कारण 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। इस बीच, दिल्ली से विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम रविवार को राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को यहां पहुंच रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम का नेतृत्व इसके संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कर रहे हैं।राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ एस के सिंह और एम्स, नई दिल्ली के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज निश्छल केंद्रीय टीम के अन्य दो सदस्य हैं।
बिहार में शनिवार को कोविड-19 के 1,667 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 25,000 के करीब, जबकि चार और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 177 तक पहुंच गई। इस माह के शुरुआती 18 दिनों में संक्रमण के मामले 2.5 गुना बढ़ गए। बिहार में मरीजों के ठीक होने की दर भी एक जुलाई के 77.52 प्रतिशत से घटकर 63.17 प्रतिशत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,667 मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 24,967 पहुंच गई है।
झारखंड में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस से धनबाद में दो और व्यक्तियों की मौत हो गयी जिसे मिलाकर राज्य में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गयी है । राज्य में 289 नये मरीज सामने आने से कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5385 हो गयी।
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने शनिवार को कहा कि बिहार कोविड-19 महामारी का वैश्विक ‘हॉटस्पॉट’ (अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र) बनने की ओर अग्रसर है। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर जांच की कम संख्या को लेकर निशाना साधा। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने कहा कि बिहार के आकार और जनसंख्या को देखते हुए प्रति दिन 30,000-35,000 नमूनों की जांच होनी चाहिए थी, लेकिन रोज केवल 10,000 नमूनों की ही जांच हो रही है। उन्होंने दावा किया कि यदि पर्याप्त जांच किए जाएं, तो हर दिन 4,000 से 5,000 मामले सामने आयेंगे और इस प्रकार राज्य कोरोना वायरस के मामले में देश में शीर्ष पर पहुंच जाएगा।
दिल्ली से विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम रविवार को राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को बिहार पहुंच रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम का नेतृत्व इसके संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कर रहे हैं। राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ एस के सिंह और एम्स, नई दिल्ली के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज निश्छल केंद्रीय टीम के अन्य दो सदस्य हैं।
बिहार में 1 जुलाई को 10,075 मामले थे, जो अब बढ़कर 24,967 हो गई है, यानी केवल 18 दिनों में संक्रमण के मामलों में 2.5 गुना की वृद्धि हुई है। यदि इसकी एक महीने पहले के आंकड़े से तुलना की जाए, तो मामलों में वृद्धि 3.5 गुना हुई है। 18 जून को 6,993 मामले थे। बिहार में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि के कारण 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है।
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,667 मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 24,967 पहुंच गई है। बुलेटिन के मुताबिक, संक्रमण के कारण चार और मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से दो मौतें गया में हुई हैं, जबकि एक-एक मौत जहानाबाद और किशनगंज में हुई है।अब तक पटना में सबसे अधिक 28 मौतें हुई हैं, जिसके बाद भागलपुर में 16, गया में 13, दरभंगा में 10, मुजफ्फरपुर में आठ और पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, समस्तीपुर और नालंदा में सात-सात मौतें हुई हैं।
बिहार में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। पाटलिपुत्र से सांसद रामकृपाल यादव और उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। मधेपुरा के डीडीसी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
पिछले 24 घंटे में देश में 34 हजार 884 नए केस मिले हैं। वहीं, 671 लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ भारत में संक्रमितों की संख्या 10 लाख 38 हजार 716 पर पहुंच गई। साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 26 हजार 273 हो गई है। देश में कोरोना के 3 लाख 58 हजार 692 एक्टिव केस हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार, ओडिशा, बंगाल और असम को कोरोना वायरस के संक्रमण रोकने के लिए जरूरी निर्देश जारी किए हैं। राज्य के सचिवों को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि मामलों की शुरुआत में ही पहचान करने और मृत्यु दर प्रबंधन के लिए कंटेनमेंट व बफर जोनों में टेस्टिंग को प्रमुख रणनीति के तौर पर अपनाना चाहिए।
पटना एम्स के नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी और सफाईकर्मी हड़ताल पर चले गये हैं। कर्मचारियों का आरोप है कि दो महीने से सैलरी नहीं मिली है और कोविड वार्ड में काम का दबाव बढ़ गया है। इसके अलावा कोविड-19 से प्रभावित होने पर कर्मचारी और उसके परिवार के सदस्यों का एम्स इलाज नहीं करता है।
बिहार के अररिया में अबतक 247 मामले सामने आए हैं और दो की मौत हो चुकी है। अरवल में 242 मामले सामने आए हैं और एक की मौत हुई है।औरंगाबाद में 414 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं और दो की जान कोरोना के चलते गई है। बांका में 354 लोग संक्रमित हुए और एक की मौत हुई है। बेगुसराय में 1075 मामले अबतक सामने आए हैं और सात की मौत हो गई है। भागलपुर में 1532 मामले सामने आए हैं और 16 लोगों की मौत हुई है। भोजपुर में 591 मामले सामने आए हैं और 4 की जिंदगी कोरोना के चलते खत्म हो गई है। बक्सर में 423 मामले सामने आए हैं। यहां फिलहाल कोरोना के चलते किसी की मौत नहीं हुई है। दरभंगा में 479 मामले सामने आए हैं और 10 लोगों की कोरोना के चलते मौत हो गई है। गया में 768 मामले सामने आए हैं और 13 की मौत हुई है। गोपालगंज में 588 लोग कोरोना के चपेट में आए हैं एक की मौत हुई है।
कोरोना महामारी को लेकर बिहार स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित होने पर उन्हें होटल में आइसोलेट किया जाएगा। संक्रमित कर्मी का खर्चा स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वहन किया जाएगा।
बिहार में कोरोना वायरस के 9018 सक्रिय मामले हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अबतक कुल ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 15771 है। राज्य में रिकवरी दर 63.17 प्रतिशत है।
शेखपुरा में 14, सीतमढ़ी में 5, मधुबनी में 7, पूर्णिया में 4, लखीसराय में 17, समस्तीपुर में 29, दरभंगा में 6, बक्सर में 26 और माधेपुरा में 9 नए कोरोना मामले सामने आए हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कोरोना के मामले पर बिहार की नीतीश सरकार को निशाने पर लिया हुआ है। तेजस्वी यादव ने अपने ताजा आरोप में कहा है कि बिहार में कोरोना टेस्टिंग की संख्या देश में सबसे कम है। उन्होंने सरकार पर कोरोना मरीजों के नंबर्स में भी हेराफेरी करने का आरोप लगाया है।
बिहार के आरा जिले में कोरोना के 40 नए मरीज सामने आए हैं। जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 561 हो गया है। बैंक प्रबंधक, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक ,कालेज निरीक्षक समेत कई लोग पॉजिटिव मिले हैं। इस घटना के सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मच गया है।
बिहार के गया में स्थित मगध मेडिकल कॉलेज में आज कोरोना के 32 नए मरीज मिले हैं। जिनमें सरकारी पदाधिकारी भी शामिल हैं। मगध मेडिकल कॉलेज में एक महिला समेत चार मरीजों की मौत हो गई है।
कोरोना महामारी संक्रमण के मामले में मध्य प्रदेश के बाद बिहार देश का दूसरा सबसे उच्च जोखिम वाला राज्य बन गया है। मेडिकल जर्नल हेल्थ लांसेट ग्लोबल हेल्थ’ में प्रकाशित भारत के जनसंख्या परिषद के राजीव आचार्य और आकाश पोरवाल के एक अध्ययन में यह तथ्य सामने आयी है। कोरोना को लेकर सामाजिक भेद्यता सूचकांक के मामले में दरभंगा सबसे जोखिम वाला जिला है। देश के 20 सबसे कमजोर जिलों में 8 जिले बिहार में हैं। इसमें दरभंगा एक स्कोर के साथ कोरोना को लेकर सबसे असुरक्षित जिला है।
बांका में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 336 हो गई है। इनमें से 267 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं और एक की मौत हुई है। जिले में 68 एक्टिव मरीज हैं।
बिहार के अररिया जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 223 है। इनमें से 153 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं 68 एक्टिव मरीज हैं। जिले में अब तक माहमारी से दो मरीजों की मौत हुई है।
बिहार में बीते एक सप्ताह में जिन जिलों में ज्यादा तेजी से मामले बढ़े हैं, उनमें पटना, भागलपुर, सीवान, नालंदा, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय शामिल हैं। बता दें कि बिहार में जो कुल मामले सामने आए हैं, उनमें से 38 फीसदी इन्हीं जिलों में मिले हैं।
बिहार का पटना जिला कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है। अब आंकड़ों में खुलासा हुआ है कि जिले में 10 जुलाई से लेकर 16 जुलाई के 1388 नए मरीज मिले हैं। इस तरह औसतन हर दिन 198 और हर घंटे 8 मरीज मिले हैं।
बिहार के खगड़िया में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां 42 नए मरीज और मिले हैं, जिसके बाद जिले में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 659 हो गई है। जिले में कुल 88 कंटेनमेंट जोन्स हैं।
बिहार में कोरोना मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 23300 हो गया है। राजधानी पटना में हालात खराब बने हुए हैं। हालांकि, राहत की बात ये है कि राज्य में 14997 लोग इस माहमारी से रिकवर हो चुके हैं। वहीं 8130 एक्टिव मरीज हैं। राज्य में रिकवरी रेट 64.36 फीसदी हो गया है। राज्य में अब तक कोरोना से 173 मरीजों मौत हो चुकी है।