Bihar Crime News: बिहार के छपरा में मॉब लिंचिंग के बाद तनाव फैला है। बता दें कि छपरा जिले के मांझी थाना अंतर्गत मुबारकपुर गांव में बंधक बनाकर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई करने के मामले में एक युवक की मौत के बाद मामला तनावपूर्ण हो गया। बता दें कि पिटाई के चलते दो अन्य युवक जख्मी हो गए हैं। जिसके बाद उपद्रव, आगजनी और तोड़फोड़ की घटना देखने को मिली।
इंटरनेट पर लगा 8 फरवरी तक के लिए बैन:
बता दें कि फैलते तनाव को रोकने के लिए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। इसके अलावा शांति बनाए रखने के लिए इंटरनेट (Internet) पर भी आठ फरवरी तक के लिए बैन लगा दिया गया है। बता दें कि एहतियात के तौर पर राज्य सरकार की तरफ से 8 फरवरी की रात 11 बजे तक 23 सोशल नेटवर्किंग और मैसेजिंग ऐप पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा रहेगा। ऐसे में फेसबुक (Facebook), ट्विटर (Twitter) और WhatsApp जैसे App काम नहीं कर सकेंगे।
वहीं जिले में पुलिस मुख्यालय से सोमवार को एक बयान जारी किया गया, जिसके मुताबिक छपरा जिले के मांझी थाना में वर्तमान स्थिति को देखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। कानून का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बयान के मुताबिक़ उपद्रव करने वालों की पहचान करने के लिए वीडियोग्राफर भी रखे गए हैं। जो किसी भी तरह की गड़बड़ी मे संलिप्त लोगों का लगातार वीडियो बनाएंगे। हालात काबू करने के लिए जिले के बाहर से भी अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगवाया गया है। वहीं युवक की हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
बता दें कि हत्या में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) की अगुवाई में विशेष जांच दल का गठन किया गया है। दोनों मामलों (हत्या व उपद्रव/उन्माद फैलाना) के दोषियों के फरार रहने की स्थिति में तुरंत उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
वहीं स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुए है और भड़काऊ एवं भ्रामक पोस्ट करने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
क्या है मामला:
मुबारकपुर गांव के मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव और उसके समर्थकों पर आरोप है कि उन्होंने दो फरवरी को तीन युवकों अमितेश सिंह, राहुल सिंह और आलोक सिंह को बंधक बना कर उनकी बेरहमी से पिटाई की। जिसमें से अमितेश की मौत हो गई है और अन्य दो को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के खिलाफ रविवार को गांव में आगजनी और तोड़फोड़ की गई। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव व्याप्त है।