कोरोना काल में शादियों पर कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं। मेहमानों की सीमित संख्या से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने तक, कई तरह के नियम हैं। लेकिन सभी लोग ये नियम मानें ये जरूरी नहीं। बिहार के गोपालगंज में पहले तो एक बारात ने सोशल डिस्टेंसिंग की अच्छे से धज्जियां उड़ाई गईं। बाद में बारातियों ने रंग में भंग डाल दिया और शादी नहीं हो पाई।
दरअसल, बीते शनिवार को शादी होनी थी और सब तय योजना के हिसाब से हो रहा था। बाद में जब बारातियों ने डीजे बजाकर नाच गाना शुरू किया और इस पर स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई। स्थानीय लोगों ने कहा कि बारात में इस तरह से डीजे बजाने की इजाजत नहीं हैं। इस बात ने तूल पकड़ लिया और विवाद की शक्ल ले ली जिसके बाद स्थानीय लोग और बाराती आपस में भिड़ गए। घटना में जमकर मारपीट हुई। यहां तक कि दूल्हे के परिजन घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया। मारपीट की घटना के बाद बाराती बिना दुल्हन के ही घर को लौट गए। इस घटना की जानकारी दुल्हन पक्ष को बहुत बाद में मिली।
शादी में आए बारातियों का स्वागत जब लात- जूतों से हुआ, बिना दुल्हन के ही लौटे बाराती #ViralVideo pic.twitter.com/rME1b02xaP
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) June 7, 2021
घटना को लेकर दुल्हन की मां का कहना है कि उनका बहुत नुकसान हो गया है। टैंट वाला भी टूटी हुई कुर्सियों के दाम मांग रहे हैं। दुल्हन के घर में दहेज का सामान धरा का धरा रह गया है। बता दें कि बारात आने के बाद द्वार पूजा और जयमाला भी हो चुकी थी लेकिन जब बाराती आराम करने के लिए जा रहे थे तो नाचने गाने को लेकर उनकी स्थानीय लोगों से मारपीट हो गई।
मालूम हो कि बिहार में रविवार को कोविड-19 से 41 और मरीजों की मौत हो गई, जिन्हें मिलाकर प्रदेश में महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5,381 हो गई है। वहीं, रविवार को संक्रमण के 920 नए मामले आने से राज्य में अबतक कोविड-19 के शिकार हुए लोगों की कुल संख्या 7,13,117 तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उपरोक्त आंकड़े शनिवार अपराह्न चार बजे से रविवार अपराह्न चार बजे तक के हैं। विभाग के मुताबिक बिहार में आए 920 नए मामलों में सबसे अधिक 87 मरीज राजधानी पटना के हैं।
आंकड़ों के मुताबिक बिहार में अब तक संक्रमित हुए 7,13,117 मरीजों में से 6,99,028 मरीज ठीक हो चुके हैं जिनमें से 1799 मरीज गत 24 घंटे में संक्रमण मुक्त हुए हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में कुल 1,08,933 नमूनों की जांच की गई। बिहार में पिछले साल शुरू हुई महामारी से अबतक कुल 3,05,73,173 नमूनों की जांच की जा चुकी है। बिहार में इस समय 8,707 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि संक्रमण मुक्त होने की दर 98.02 प्रतिशत है।
इस बीच, कोविड-19 बीमारी से बचाव के लिए रविवार को राज्य में कुल 64,692 लोगों (सभी आयुवर्गों में)का टीकाकरण किया गया। प्रदेश में अबतक 1,11,20,762 लोगों का आंशिक (एक खुराक) या पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।