Bihar Elections 2020: पूर्व सांसद की पत्नी लवली आनंद ने ज्वॉइन की RJD, कहा- नीतीश सरकार ने दिया धोखा, राजपूतों को ठगा; NDA के लिए कर चुकी हैं प्रचार
आरजेडी की सदयस्ता लेते ही लवली आनंद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा और उनपर राजपूतों को ठगने का आरोप लगया। लवली ने कहा कि वर्तमान सरकार जुल्मी सरकार है, लेकिन जनता अब इस सरकार को हिसाब सिखाएगी।

बिहार विधानसभा चुनाव में अब मात्र एक महीने का समय बचा है। जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं तेजी से राजनीतिक समीकरण बादल रहे हैं। बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो गई हैं। राबड़ी देवी के आवास 10 सर्कुलर रोड पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इन्हें सदस्यता दिलाई।
आरजेडी की सदयस्ता लेते ही लवली आनंद ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा और उनपर राजपूतों को ठगने का आरोप लगया। लवली ने कहा कि वर्तमान सरकार जुल्मी सरकार है, लेकिन जनता अब इस सरकार को हिसाब सिखाएगी। लावली ने कहा कि हमारे साथ सभी वर्ग के लोग हैं। आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने भी माँ के साथ लालटेन थाम ली है। चुनाव से पहले लवली आनंद के पार्टी में शामिल होने से राजद को अगड़ों का साथ मिल सकता है।
लवली ने कहा “हम आज तम मन धन से राजद के सदस्य हो गए हैं। अपने समर्थकों से हम कहना चाहते हैं कि नीतीश सरकार ने हमें धोखा दिया है। आनंद मोहन जी को जेल भेजने वालों को जनता जवाब देगी। हमारे समर्थक अब राजद के सदस्य हो गये हैं। हम अपने समर्थकों से कहना चाहते हैं कि ये जुल्मी सरकार को विधानसभा चुनाव में सबक सिखाए व सत्ता से बेदखल करे। ”
लवली ने कहा कि हमलोग तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आये हैं। आज आनंद मोहन जेल में हैं। जेडीयू ने राजपूत समाज को छलने का काम किया है। बता दें इससे पहले आनंद मोहन की रिहाई के लिए लगातार लवली आनंद नीतीश सरकार से गुहार लगा रही थी लेकिन बात बनते नहीं दिखी तो लवली आनंद ने नीतीश से मोह भंग किया और लालू की पार्टी की और बढ़ गईं।
लवली के पार्टी में शामिल होने पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा, “राजद ने सम्मानपूर्वक लवली आनंद का स्वागत किया है। आनंद मोहन जेल में हैं, लेकिन लवली आनंद व उनके पुत्र चेतन आनंद राजद को सहयोग करेंगे। ताकि विश्वासघात व सांप्रदायिक ताकतों को कैसे परास्त किया जाए। लवली आनंद जी अपने समर्थकों के साथ राजद में शामिल हुई हैं। तेजस्वी यादव ने अपने हस्ताक्षर से अपने दल में शामिल कराया है।”