VIDEO: मवेशी चुराने के शक पर बुजुर्ग की हत्या, तेजस्वी यादव बोले- सीएम नीतीश कुमार ने बिहार को बना दिया ‘लिंच विहार’
हद तो तब हो गई, जब भीड़ ने पीड़ित की पतलून उतार दी। काबुल उस दौरान उन सब से रहम की भीख मांग रहे थे, पर किसी ने उनकी एक न सुनी।

बिहार के अररिया जिले में मवेशी चुराने के शक पर 55 साल के बुजुर्ग की भीड़ ने पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना के वक्त काबुल मियां पर लगभग 300 लोग टूट पड़े थे। सबसे हैरत की बात है कि हमलावरों ने तब घटना का वीडियो भी बनाया, जो कि बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। क्लिप के मुताबिक, हमलावर उनके चेहरे पर बुरी तरह लातें मार रहे थे, जबकि कुछ उन पर लाठी-डंडों से वार कर रहे थे और उन्हें चोर-चोर चिल्ला कह बदनाम कर रहे थे। मॉब लिंचिंग के इस मामले पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता और सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोला। सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने कहा कि सीएम ने बिहार को लिंच विहार बना दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला राजधानी पटना से करीब 300 किमी दूर सिमारबनी गांव का है। 29 दिसंबर को हुई घटना में कुछ हमलावरों के चेहरे वीडियो क्लिप में नजर आए। फिर भी पुलिस अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। कहा जा रहा है कि हमलावर किसी मुस्लिम मियां नाम के शख्स के कहने पर काबुल को पीट रहे थे। हद तो तब हो गई, जब भीड़ ने पीड़ित की पतलून उतार दी। काबुल उस दौरान उन सब से रहम की भीख मांग रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि हमलावर उन्हें जानते थे, लिहाजा वे उनसे छोड़ देने के बदले पैसे और जमीन-जायदाद की पेशकश भी कर रहे थे, पर किसी ने उनकी एक न सुनी। नतीजतन मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हालांकि, क्लिप में काबुल बोलते दिखे थे कि उन्होंने किसी का मवेशी नहीं चुराया है। फिर भी उन्हें नहीं बख्शा गया। बहरहाल, पुलिस को इस घटना के बारे में दो दिन बाद वायरल वीडियो से पता लगा। अररिया के सब-डिविजनल पुलिस अधिकारीकेपी सिंह ने कहा, “सभी हमलावर पीड़ित को जानते थे और वे उन्हीं के समुदाय के थे। अज्ञातों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और फिलहाल मुख्यारोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।”
इससे पहले, बुधवार को नालंदा में 13 साल के बच्चे की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। वहीं, मंगलवार को आरजेडी के नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बताया गया कि बच्चे का जुड़ाव आरजेडी नेता की हत्या के संदिग्ध से था। इंदल पासवान मगध सराय में घर लौट रहे थे, तभी उन्हें गोली मार दी गई थी।

उधर, पूरे मसले को लेकर विपक्ष ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने इसी बाबत एक ट्वीट में लिखा, “24 घंटों में मॉब लिंचिंग के चलते तीन लोगों की जान चली गई। नीतीश के गुंडों ने बिहार की लिंच विहार बना कर रख दिया है। पिछले 24 घंटों में सात कत्ल हुए हैं। नीतीश सरकार अपराधियों के साथ साठ-गांठ कर रही है, लिहाजा कानून-व्यवस्था काबू से बाहर है।” तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में आरोप लगाया- नीतीश की जेडीयू ऐसी पार्टी बन चुकी है, जो कि अपराधियों, बलात्कारियों और हत्यारों को शह देती है।