अर्नब मित्रा
Bihar Board BSEB 10th Result 2019: बिहार बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में सावन राज भारती ने टॉप किया है, लेकिन यह सफलता हासिल करना उनके लिए आसान नहीं था। बेहतर पढ़ाई के लिए उन्होंने घर तक का मोह छोड़ दिया और करीब 2 साल तक एक सरकारी स्कूल में रहे। मूलरूप से बांका जिले के राजौन गांव निवासी सावन राज भारती किसान के बेटे हैं और उन्होंने अपनी मेहनत से पूरे बिहार बोर्ड पर अपना ‘राज’ कायम कर दिया। सावन कहते हैं कि उन्हें अपनी तैयारी पर पूरा भरोसा था। उन्हें लगता था कि वे जब भी बोर्ड एग्जाम देंगे, टॉपर ही बनेंगे। सावन को 500 में से 486 अंक (97.2%) हासिल हुए हैं।
National Hindi News, 07 April 2019 LIVE Updates: दिनभर की हर खबर पढ़ें एक क्लिक पर
स्कूल में रोजाना होती थी 15 घंटे पढ़ाई : सावन ने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के पाठ्यक्रम और टीचर्स की मेहनत को दिया है। सावन बताते हैं, ‘‘हम स्कूल में रोजाना करीब 15 घंटे बिताते थे। सभी विषयों की कक्षाएं होने के बाद किसी भी तरह की दिक्कत होने के लिए डाउट क्लियरिंग सेशन चलते थे, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित टीचर पर होती थी। वहीं, स्कूल की छुट्टी होने के बाद टीचर्स हमारे कमरे पर आकर हमारी तैयारी देखते थे।’’ बता दें कि मेरिट में शामिल टॉप-10 बच्चों में से 9 छात्र इसी स्कूल के हैं। ऐसे में स्कूल के प्रिंसिपल ने किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार रहने की बात कही है।
मोबाइल-इंटरनेट इस्तेमाल करने पर थी पाबंदी : बातचीत के दौरान इंडियन एक्सप्रेस ने सावन से पूछा, ‘‘पढ़ाई के दौरान स्कूल की ओर से किस तरह की किताबें और ऑनलाइन मैटिरियल रेफर किया गया?’’ सावन ने बताया, ‘‘हमें पढ़ाई के दौरान इंटरनेट की जरूरत ही नहीं पड़ी। स्कूल की ओर से मुहैया कराया गया मैटिरियल ही तैयारी के लिए काफी था। हमारे इंटरनेट और मोबाइल इस्तेमाल करने पर पूरी तरह पाबंदी थी।’’
IAS बनना चाहता है सावन : बिहार बोर्ड की 10वीं के टॉपर सावन किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह आईएएस बनना चाहता है और देश व समाज की सेवा करना चाहता है। सावन ने कहा, ‘‘मेरा सपना है कि मैं सिविल सर्विसेज ज्वॉइन करूं, जिससे मैं अपने देश के लिए काम कर सकता हूं। साथ ही, अपने इलाके की स्थिति में सुधार ला सकता हूं।’’
अब दिल्ली में पढ़ाई की चाह : टॉपर सावन राज भारती 11वीं और 12वीं के दौरान नॉन-मेडिकल फील्ड से पढ़ाई करना चाहते हैं। इसके लिए वे साइंस स्ट्रीम में गणित विषय को प्राथमिकता देना चाहते हैं। सावन की इच्छा है कि 12वीं में अच्छे अंक हासिल करने के बाद वे दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैथमैटिक्स (ऑनर्स) से पढ़ाई करें और अपने सपनों को पूरा करें।
रिकॉर्ड 29 दिन में आया रिजल्ट : बता दें कि बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का रिजल्ट महज 29 दिन में जारी कर दिया। यह अपनेआप में एक रिकॉर्ड है। बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 13.2 लाख बच्चे 10वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। ऐसे में सफलता का प्रतिशत 80.73 रहा। सफल बच्चों में 6.83 लाख छात्र और 6.36 लाख छात्राएं शामिल हैं।

