Bihar Assembly Election 2020 Date LIVE Updates: बिहार में कोरोनाकाल के बीच विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। चुनाव आयोग ने तीन चरण में मतदान कराने की घोषणा की है। इससे पहले बिहार में विपक्षी पार्टियां चुनाव आगे बढ़ाने की अपील कर रही थीं। इनमें एनडीए में शामिल चिराग पासवान की लोजपा भी थी। हालांकि, शुक्रवार को तारीखों का ऐलान होने के बाद चिराग आयोग के ऐलान की तारीफ करते नजर आए। इस बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने मतदान में देरी की मांग करने वाली पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पहले ऐसी मांगें कर रहे थे, उन्हें अब चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
फिलहाल एनडीए गठबंधन और महागठबंधन को अपने-अपने स्तर पर सीटों के बंटवारे की गुत्थी को सुलझाना होगा, जो दोनों के लिए आसान नहीं है। एनडीए में तो स्थिति और गंभीर है, क्योंकि 243 सीटों वाली विधानसभा में जदयू खुद 115 सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहती है, जबकि 128 सीटें गठबंधन के साथियों के लिए छोड़ना चाहती है। यानी भाजपा को दो और साथी पार्टी- लोजपा और जीतनराम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के लिए इतनी ही सीटों में बंटवारा करने की चुनौती है।
बता दें कि चुनाव आयोग ने बिहार में तीन चरण में चुनाव कराने का ऐलान किया है। पहले फेज की वोटिंग 28 अक्टूबर को होगी, जबकि दूसरे फेज में मतदान 3 नवंबर को होगा। इसके बाद 7 नवंबर को तीसरे फेज में मतदान होगा। 10 नंवबर को मतगणना होगी। चुनाव आयोग ने इस बार कोरोनाकाल के मद्देनजर पूरी चुनाव प्रक्रिया कराने की गाइडलाइंस जारी की हैं। बता दें कि कोरोनावायरस महामारी के बीच देश में यह पहला राज्य चुनाव होगा। बिहार में 243 सदस्यीय मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है।
बिहार चुनाव में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चौथे कार्यकाल के लिए भाजपा और एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव में उतरेंगे, वहीं विपक्षी राजद इस बार सजा काट रहे पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में उन्हें चुनौती देगी। कांग्रेस का भी राजद के साथ चुनाव लड़ना तय है, हालांकि दोनों के बीच ही सीट बंटवारे पर चर्चा नहीं हुई है।
बता दें कि 2015 का बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार ने राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में लड़ा था। हालांकि, लालू परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद महज दो साल के अंदर ही उन्होंने गठबंधन से किनारा कर लिया और भाजपा के साथ गठबंधन में सामिल हो गए।
पटना-बिहार कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाथ पांडे ने कहा कि राजद के साथ सम्मानजनक गठबंधन होने पर ही साथ चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सम्मानजन सीट नहीं मिलीं तो 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हमारी तैयारी 243 विधानसभा सीट पर है। पांडे ने रालोसपा के एनडीए के साथ जाने की अटकलों पर कहा कि कुशवाहा जी हमारे साथ रहे मैं यही चाहता हूं। कांग्रेस के जो पुराने कार्यकर्ता है उन्हें ही टिकट दी जाएगी। तेजस्वी के चेहरे पर कांग्रेस की सहमति, राजद बड़ी पार्टी है। कांग्रेस 243 सीटों पर अपनी तैयार पूरी कर चुकी है।
बिहार चुनाव में अब एक महीने का समय बाकी है। हालांकि, अब तक न तो एनडीए और न ही महागठबंधन ने सीटों के बंटवारे की घोषणा की है। जहां एनडीए में भाजपा, जदयू और लोजपा जैसी पार्टियां सीटों के लिए जूझ रही हैं। वहीं, महागठबंधन में भी राजद, कांग्रेस और रालोसपा के बीच तनातनी है। इस बीच बताया जा रहा है कि रालोसपा सीटों को लेकर नाराज है। रालोसपा ने 40 से ज्यादा सीटें मांगी हैं, जबकि राजद उसे 10 से 12 सीटें ही देना चाहती है। इसके बाद चर्चा है रालोसपा महागठबंधन से अलग हो सकती है। रालोसपा पहले एनडीए का हिस्सा थी, लेकिन अगस्त 2018 में अलग हो गई थी। 2015 का चुनाव भी रालोसपा ने एनडीए के साथ मिलकर ही लड़ा था।
बिहार के 31 वीवीआईपी लोगों को उच्च श्रेणी का सुरक्षा घेरा प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल फागू चौहान को पहले की तरह जेड प्लस के साथ एडवांस सिक्यूरिटी लाइजनिंग (एएसएल) प्रोटेक्टी का सुरक्षा घेरा रहेगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, राबड़ी देवी के साथ जीतन राम मांझी को जेड प्लस का सुरक्षा घेरा दिया गया है। राज्य सुरक्षा समिति की 21 सितम्बर को हुई बैठक में की गई अनुशंसा के बाद गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लोजपा नेता चिराग पासवान की तारीफ की है। दरअसल, लोजपा बीते काफी समय से जदयू को सीट बंटवारे को लेकर धमकी दे रही है। इस पर गिरिराज ने कहा कि चिराग अभी युवा हैं और सही राजनैतिक सोच के साथ काम कर रहे हैं। एनडीए में कोई दरार नहीं है। एनडीए जैसा पहले था वैसा ही अब है। लोजपा दो सौ प्रतिशत एनडीए में है और आगे भी रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार चुनाव के मद्देनजर राज्य में तीन दर्जन वर्चुअल रैलियां कर सकते हैं। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह भी बड़ी संख्या में वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे। इसके अलावा पार्टी ने हर विधानसभा के बड़े नेताओं को करीब 10 वर्चुअल रैलियां करने का टारगेट दिया है। बता दें कि इससे पहले मोदी ने 10 सितंबर को पहली वर्चुअल रैली कर बिहार को पूरी तरह से चुनावी मोड में ला दिया है। चुनाव तारीखों के ऐलान के पहले ही मोदी योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के बहाने 6 वर्चुअल रैलियां कर चुके हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में परिवारवाद की राजनीतिक पर निशाना साधा है। चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद नीतीश ने कहा, “मेरी कोई निजी चाहत नहीं है। कुछ लोगों के लिए उनके बेटा-बेटी और पत्नी ही परिवार होते हैं, पर मेरे लिए पूरा बिहार ही मेरा परिवार है।” बता दें कि बिहार में 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक मतदान होना है, जबकि 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित होंगे।
बिहार में चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से तैयार रहने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा-“उठो बिहारी करो तैयारी, जनता का शासन अबकी बारी”। उन्होंने आगे लिखा- “बिहार में बदलाव होगा, अफसर राज खत्म होगा, अब जनता का राज होगा।” बता दें कि लालू यादव रांची में चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं।
एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान मचने की आशंका है। हालांकि, लोजपा को सीटों का दावा करने में रामविलास पासवान के खराब स्वास्थ्य की वजह से देरी हो रही है। लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी का कहना है कि अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए भावुक पल है। उनके पिता हॉस्पिटल में हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के फैसले का हम हर तरह से स्वागत कर रहे हैं। लोजपा जल्द ही सीट बंटवारे को लेकर निर्णय लेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अधिकृत हैं और इसके लिए वह बहुत जल्द फैसला लेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 सितंबर को बिहार में वर्चुअल रैली कर चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। जदयू ने वर्चुअल रैली से लोगों को जोड़ने के लिए जदयू लाइव ऐप भी बनाया है। इसके साथ ही पार्टी ने अब तक 31 लाख लोगों को वॉट्सऐप पर जोड़ रखा है। हर रविवार को ‘बिहार के नाम, नीतीश के काम’ नाम से न्यूजलेटर भी वॉट्सऐप पर जारी होता है। पार्टी के मुताबिक, ऐप के जरिए भी 10 लाख लोगों को ऑनलाइन जोड़ा जा सकता है।
भाजपा अब केंद्र की अपनी रणनीतियों के सहारे ही बिहार में मजबूत प्रदर्शन दिखाने की कोशिश में है। बताया जा रहा है कि भाजपा इसके लिए ‘मोदी का पैसा’ नाम का कार्यक्रम शुरू कर सकती है, जिसके तहत उसके कार्यकर्ता केंद्र सरकार की ओर से बिहार में चलाई जा रही योजनाओं को नीतीश सरकार के काम के ऊपर पेश करेंगी।
लोकजनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार में विधानसभा चुनाव के ऐलान के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह राज्य की बेहतरी की नई कहानी लिखने वाला चुनाव होगा। चिराग ने कहा कि यह चुनाव उनकी पार्टी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित बिहार के सपने को पूरा करने का मौका होगा। साथ ही पार्टी की नींव रखने वाले रामविलास पासवान के राज्य में पांच दशक के कामों को पेश करने का मौका होगा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन आगामी बिहार चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मोदी ने कहा कि लोगों से वोट केंद्र सरकार और राज्य सरकार के कामों के आधार पर ही मांगे जाएंगे। उन्होंने मतदान में देरी की मांग करने वाली पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पहले ऐसी मांगें कर रहे थे, उन्हें अब चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
बिहार से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने कहा है कि महागठबंधन की कोई भी पार्टी तेजस्वी यादव को अपना नेता नही मानेगी और विधानसभा चुनाव से पहले ही यह गठबंधन टूट जाएगा। राजद में रह चुके रामकृपाल ने महागठबंधन के पास कोई नेता न होने का मुद्दा उठाया है। बता दें कि एनडीए गठबंधन भी लगातार इसी मुद्दे पर महागठबंधन को घेरता आ रहा है।
बिहार से भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने कहा है कि महागठबंधन की कोई भी पार्टी तेजस्वी यादव को अपना नेता नही मानेगी और विधानसभा चुनाव से पहले ही यह गठबंधन टूट जाएगा। राजद में रह चुके रामकृपाल ने महागठबंधन के पास कोई नेता न होने का मुद्दा उठाया है। बता दें कि एनडीए गठबंधन भी लगातार इसी मुद्दे पर महागठबंधन को घेरता आ रहा हैय़
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भरोसा जताया कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन और वर्ष 2022 में होने वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी विजेता होगी। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के हिमाचल प्रदेश प्रभारी शुक्ला ने कहा कि उनकी पार्टी वाले गठबंधन को बिहार चुनाव में जीत मिलेगी क्योंकि वहां सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ माहौल है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2022 में होने वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को 70 प्रतिशत मत मिलेंगे और कांग्रेस ने जीतने वाले प्रत्याशियों की पहचान शुरू कर दी है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार प्रशासन ने 2015-20 के कार्यकाल के लिए ”सात निश्चय” की घोषणा की थी, जिनमें बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित करने वाली सात योजनाएं शामिल हैं, जैसै पाइप से पीने का पानी पहुंचाना, शौचालयों का निर्माण, पक्की नालियां और हर घर में बिजली का कनेक्शन। जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा कि ”सात निश्चय-2” में नौकरी की संभावना को उज्ज्वल करने के लिए युवाओं के कौशल को बढ़ाना, महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देना, हरेक खेत को सिंचाई की सुविधा और लोगों तथा पशुओं को अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल होगा। राजग के घटकों में सीटों के बंटवारे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है तो इस प्रक्रिया में भी तेजी आएगी।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार से पूछा गया कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान अक्सर उनपर निशाना साधते हैं जिससे राजग में दरार पड़ने का संकेत मिलता है, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या बोल रहा है। हम चाहते हैं कि राजग के सभी घटक मिलकर चुनाव लड़ें और जीतें।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जदयू दफ्तर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा कार्यकाल के ”सात निश्चय” की तरह ही उनकी सरकार विकास की पहल के दूसरे चरण की शुरुआत करेगी। कुमार प्रशासन ने 2015-20 के कार्यकाल के लिए ”सात निश्चय” की घोषणा की थी, जिनमें बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित करने वाली सात योजनाएं शामिल हैं, जैसै पाइप से पीने का पानी पहुंचाना, शौचालयों का निर्माण, पक्की नालियां और हर घर में बिजली का कनेक्शन।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा के चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान का स्वागत किया और कहा कि अगर राज्य के लोग उन्हें एक बार फिर सेवा का मौका देंगे तो वह और विकास कार्यक्रमों की शुरुआत करेंगे।
बिहार विधानसभा के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा होते है राज्य में सभी दलों की सक्रियता तेज हो गई। कोरोना महामारी के चलते इस बार चुनावी प्रचार में हमेशा की तरह बड़ी रैलियां, जनसभाएं और जनसंपर्क नहीं हो सकेंगे, लेकिन सभी दल लोगों को अपनी ओर खींचने की तरकीब बनाने में जुट गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख के एलान के ठीक बाद एबीपी न्यूज और सीवोटर ने सर्वे ओपिनियन पोल जारी किया है। इस सर्वे रिजल्ट में कहा गया है कि बिहार में फिर से राजग की सरकार बन सकती है। यहां पढ़ें पूरी खबर
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां और उम्मीदवार अपने प्रचार अभियान के तहत रैलियां कर सकते हैं तथा जिन मैदानों में ऐसी सभाएं आयोजित की जाएंगी, वहां सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए सफेद घेरे बनाने होंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बिहार चुनाव की तारीखें घोषित करने के लिए शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह इस संदेह को दूर करना चाहते हैं कि राज्य में केवल डिजिटल प्रचार होगा। अरोड़ा ने कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी पहले ही उन स्थानों की पहचान कर चुके हैं जहां सभाएं हो सकती हैं। सामाजिक दूरी मानदंड सुनिश्चित करने के लिए चिह्न लगाने की कवायद जारी है।
निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा के कुछ घंटे बाद ही भाजपा ने दावा किया कि वह पूरी तरह से तैयार है और राज्य में तीन-चौथाई बहुमत से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनेगी। निर्वाचान आयोग ने 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को तीन चरणों में मतदान कराने और 10 नवंबर को मतगणना कराने की घोषणा की है। चुनाव की घोषणा का स्वागत करते हुए भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से तैयार है और उसकी जीत सुनिश्चित है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर राज्य में राजग की सरकार बनेगी और सुशासन के एजेंडे पर काम करती रहेगी। भाजपा महासचिव व बिहार के प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने दावा किया कि इस बार विधानसभा के चुनाव में राजग 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने प्रदर्शन को दोहराएगा। उन्होंने कहा, ‘‘राजग इस चुनाव को तीन-चौथाई बहुमत से जीतने जा रहा है।’’
चुनाव आयोग के प्रमुख सुनील अरोड़ा ने बताया कि जो लोग क्वारंटीन होंगे, उन्हें दिन के आखिरी घंटे में ही मतदान करने का मौका मिलेगा। नोडल स्वास्थ्य अफसर को भी जिले में नियुक्त किया जाएगा। मतदान के समय को एक घंटे बढ़ाया गया है। अब यह सुबह 7 बजे से 6 बजे तक चलेगा। नॉमिनेशन फॉर्म ऑनलाइन भरा जा सकेगा और इसका प्रिंटआउट आयोग तक पहुंचाना होगा। नामांकन भरने वाले के साथ सिर्फ दो ही लोग जा सकेंगे। दरवाजे पर प्रचार के लिए जाने वाले लोगों की संख्या 5 से ज्यादा नहीं होगी।
निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराए जाने की घोषणा का राज्य की राजनीतिक पार्टियों ने स्वागत किया है। बता दें कि इस चुनाव में दोनों प्रमुख गठबंधनों को जीत का भरोसा है। निर्वाचान आयोग ने 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को तीन चरणों में मतदान कराने और 10 नवंबर को मतगणना कराने की घोषणा की है। चुनाव तरीखों की घोषणा का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने जोर देकर कहा कि राज्य की जनता पहले ही सरकार बदलने का मन बना चुकी है। उन्होंने कहा, ‘‘ बिहार की जनता नीतीश कुमार को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है क्योंकि वे मुख्यमंत्री से छला हुआ महसूस कर रही है जिन्होंने 2015 के जनादेश को खंडित किया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को इस चुनाव में बुरी तरह से हार मिलेगी और हमारा महागठबंधन चुनाव के बाद सत्ता में आएगा।’’
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद ट्विटर पर एक चुनावी नारा दिया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, उठो बिहारी, करो तैयारी जनता का शासन अबकी बारी बिहार में बदलाव होगा अफ़सर राज ख़त्म होगा अब जनता का राज होगा।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि उन्हें संदेह था कि बिहार के पूर्व पुलिस प्रमुख गुप्तेश्वर पांडे अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में भाजपा नेता की तरह बात कर रहे हैं और यह बात अब सही साबित हो गई है। राजपूत मौत मामले की सीबीआई जांच की मांग करने वाले पांडे महाराष्ट्र में गैर-भाजपा दलों के निशाने पर हैं। हाल ही में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है और कयास लगाए जा रहे हैं कि वह अक्टूबर-नवंबर में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमा सकते हैं। देशमुख ने बृहस्पतिवार को गोंदिया में पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा पर बिहार चुनाव के मद्देनजर साजिश के तहत महाराष्ट्र और इसकी पुलिस को बदनाम करने का आरोप भी लगाया। राकांपा नेता ने कहा ‘‘बीते डेढ़-दो महीने के दौरान आपने देखा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी होने के बावजूद पांडे ऐसे बात कर रहे थे जैसे कि भाजपा के वरिष्ठ नेता हों और अब यह बात सही साबित हो गई है।’’
इस बार चुनाव तीन चरणों में होगा। पहला चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होगा, जिसमें 71 विस क्षेत्रों के तहत 16 जिले आएंगे। इस चरण में 31 हजार पोलिंग बूथ पर वोट डलेंगे। दूसरे चरण की वोटिंग तीन नवंबर को होगी। 94 विस क्षेत्र के 17 जिलों में बनाए जाने वाले 42 हजार पोलिंग बूथ पर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। वहीं, तीसरे चरण के अंतर्गत सात नवंबर को वोट पड़ेंगे। इसमें 78 विस क्षेत्र होंगे और 15 जिले कवर होंगे, जिसमें करीब 33.5 हजार पोलिंग बूथ होंगे। ये जानकारी पीसी के दौरान सीईसी ने दी।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 का ऐलान हो गया है। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने इसके बाद कहा कि बिहार में एनडीए 220 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने टीवी चैनल आज तक पर कहा कि एनडीए में कोई बड़ा या छोटा भाई नहीं है, हमें (बीजेपी और जदयू को) जुड़वा भाई कहिए। पढ़ें पूरी खबर…
मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों की घोषणा 29 सितंबर को हो सकती है। चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान करते वक्त कहा कि उपचुनावों को लेकर 29 सितंबर को मीटिंग की जाएगी। बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश के साथ उत्तर प्रदेश की आठ सीटों के लिए भी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है।
चुनाव आयोग ने आज बिहार में विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। राज्य में 28 अक्टूबर से लेकर 7 नवंबर तक तीन चरण में मतदान होगा। कोरोनावायरस के दौर में हो रही चुनाव प्रक्रिया के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा ने गाइडलाइंस भी जारी कीं। उन्होंने बताया कि अब उम्मीदवार ऑनलाइन ही नामांकन भर सकेंगे। वहीं प्रत्याशियों से वर्चुअल प्रचार पर जोर देने के लिए कहा गया है। डोर-टू-डोर कैंपेन में भी भीड़ नहीं जुटाई जा सकेगी और उम्मीदवार समेत सिर्फ 5 लोग ही जा सकेंगे। पढ़ें पूरी खबर…
कोरोना के खतरे को देखते हुए क्वारैंटाइन किए गए मरीज भी वोटिंग के आखिरी घंटे में स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में वोट डालने जा सकेंगे। कोरोना मरीजों के वोटिंग की प्रक्रिया को संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट कोऑर्डिनेट करेंगे।जो वोटर कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं, वे वोट देने कैसे पहुंचेंगे, इसके लिए अलग से गाइडलाइन जारी की जाएगी।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोनाकाल के दौरान किए गए इंतजामों की जानकारी दी। ईसी ने बताया कि चुनाव 6 लाख पीपीई किट का इस्तेमाल होगा। 46 लाख मास्क की व्यवस्था की गई है। 7 लाख हैंड सैनिटराइजर का इस्तेमाल होगा। बिहार में 7 करोड़ 79 लाख मतदाता है
चुनाव आयोग ने बिहार में चुनाव का ऐलान कर दिया है। ईसी के चेयरमैन सुनील अरोड़ा ने कहा कि चुनाव नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है। कोरोनाकाल में चुनाव नए सुरक्षा मानकों के तहत होंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना की वजह से 70 से ज्यादा देशों में चुनाव टाला गया और बिहार में चुनाव कोरोनाकाल में दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव होने जा रहा है।
एनडीए गठबंधन ने इस बार नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार बनाया है। हालांकि, गठबंधन की साथी पार्टी- भाजपा और लोजपा की जदयू से सीट बंटवारे को लेकर अब तक बात नहीं बन पाई है। जेडीयू ने 115 सीटों पर लड़ने की इच्छा जाहिर की है और 128 सीटें भाजपा और लोजपा के लिए छोड़ने की बात कही है। जदयू के सूत्रों के मुताबिक, भाजपा को इतनी सीटों पर लोजपा को भी साधना होगा और जीतनराम मांझी के हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के लिए भी जगह बनानी होगी।
चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के मद्देनजर पिछले महीने ही नामांकन भरने और प्रचार के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं। आयोग ने कोरोना के चलते उम्मीदवारों को ऑनलाइन नॉमिनेशन भरने की सुविधा दे दी है। हालांकि, इसका प्रिंट निकालकर उम्मीदवार को चुनाव अधिकारी को सौंपना होगा। इसके अलावा चुनाव के लिए इस्तेमाल किए जा रहे किसी भी कमरे, हॉल या परिसर में थर्मल स्कैनर होना जरूरी है। थर्मल स्कैनर हर बूथ पर होंगे और एंट्री प्वाइंट पर हर किसी की स्कैनिंग की जाएगी। इसके अलावा हर बूथ पर 1500 की बजाय 1000 वोटरों को बुलाया जाएगा। अगर किसी का टेम्परेचर ज्यादा पाया गया तो वह आखिरी घंटे में ही वोट डाल सकेगा।
चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के मद्देनजर पिछले महीने ही नामांकन भरने और प्रचार के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं।
चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव के मद्देनजर पिछले महीने ही नामांकन भरने और प्रचार के लिए गाइडलाइंस जारी की थीं।
कोरोना के बीच हो रहे इन चुनावों में कोरोना बड़ा मुद्दा बनने वाला है। तेजस्वी यादव कोरोना को लेकर लगातार सरकार पर हमला कर रहे हैं। कोरोनाकाल में नीतीश कुमार के घर से बाहर नहीं निकलने को भी उन्होंने मुद्दा बनाया है। वहीं, नीतीश की ओर से सरकार द्वारा पिछले छह महीने में उठाए कदमों को गिनाया जा रहा है।
कोरोनावायरस महामारी के बीच बिहार चुनाव दुनिया में सबसे बड़े चुनाव होंगे। इसकी वजह यह है कि राज्य की आबादी करीब 7.29 करोड़ है। कुछ अन्य देशों ने भी महामारी के दौरान चुनाव कराए हैं, लेकिन इतनी आबादी किसी अन्य देश में नहीं थी। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग इस बार मतदान के चरणों को बढ़ा सकता है।