सत्ता समर: बिहार के कद्दावरों की साख दांव पर
बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी का परिवार भी अपने दामाद के लिए रेवाड़ी में घर-घर जा कर प्रचार कर रहा है।

हरियाणा के चुनाव दंगल में भले ही एक हजार से अधिक प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं लेकिन इस चुनाव में बिहार के दो दिग्गज नेताओं लालू प्रसाद यादव और शरद यादव की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। शरद यादव की तो ससुराल भी हरियाणा में है और उनकी बेटी भी हरियाणा के बड़े सियासी घराने की बहू हैं। वहीं लालू प्रसाद ने अपनी बेटी अहीरवाल के कांग्रेस नेता कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे के साथ ब्याही हुई है।
इन दोनों ही राजनीतिक परिवार के सदस्यों को कांग्रेस ने टिकट देकर चुनावी रण में उतारा है। इस चुनाव में रेवाड़ी हलके से लगातार छह बार विधायक रहे कैप्टन अजय सिंह यादव ने अपनी राजनीतिक विरासत बेटे चिरंजीव राव को सौंप दी है। इसी कारण उन्होंने अपनी परंपरागत सीट पर इस बार खुद चुनाव लड़ने की बजाय बेटे को चुनाव लड़वाने का फैसला किया। लालू यादव की बेटी अनुष्का राव, कैप्टन यादव की पुत्रवधू और चिरंजीव राव की पत्नी हैं।
चिरंजीव राव हरियाणा में युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। अजय यादव ने गुरुग्राम लोकसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था लेकिन केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के हाथों वह शिकस्त खा बैठे। इससे पूर्व 2014 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के रणधीर सिंह कापड़ीवास ने उन्हें रेवाड़ी से विधानसभा में हराया था। कापड़ीवास का टिकट कटने के बाद वे बागी हो गए और निर्दलीय चुनावी रण में डटे हैं। कापड़ीवास की वजह से ही रेवाड़ी हलके का चुनाव उलझ गया है और यहां त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है।
चिरंजीव राव के नामांकन-पत्र दाखिल करवाने के मौके पर उनके साले व लालू पुत्र तेजस्वी यादव आए थे। बिहार के उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी का परिवार भी अपने दामाद के लिए रेवाड़ी में घर-घर जा कर प्रचार कर रहा है। वहीं गुरुगाम जिला की बादहशाहपुर सीट पर भी पूरा संग्राम मचा हुआ है। यहां से विधायक रहे व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की टिकट काटकर भाजपा ने युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मनीष यादव को बादशाहपुर से चुनावी रण में उतारा है।
वहीं कांग्रेस ने यहां बड़ा दांव चलते हुए राव नरबीर सिंह के भाई कमलवीर यादव को चुनावी रण में उतारा है। कमलवीर यादव पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सांसद शरद सिंह यादव के समधी हैं। शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव, कमलवीर के बेटे राजकमल राव की पत्नी हैं। माना जा रहा है कि शरद यादव की सिफारिश पर ही कांग्रेस ने कमलवीर को टिकट दिया है। शरद जब जदू (एकी) अध्यक्ष हुआ करते थे तो उन्होंने कमलवीर को हरियाणा का प्रधान बनाया हुआ था।
संजीव शर्मा, चंडीगढ़
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