भगोड़े अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस हाई अलर्ट पर है और इसी के मद्देनजर होशियापुर गांव में कुछ संदिग्धों का पीछा किया गया, लेकिन वे अपनी कार छोड़कर भाग गए, जिसके बाद मंगलवार (28 मार्च, 2023) को बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। सूत्रों ने बताया कि पुलिस को शक था कि अमृतपाल और उसके सहयोगी कार में यात्रा कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने फगवाड़ा में उस कार का पीछा किया।
गाड़ी से उतरकर खेत में भागा अमृतपाल और पप्पलप्रीत
उन्होंने बताया कि वाहन में सवार लोग यहां मरनीयां कलां में गुरुद्वारा भाई चंचल सिंह के निकट अपनी कार छोड़कर भाग गए। खुफिया एजेंसियों को अमृतपाल सिंह के होशियार में छिपे होने की जानकारी मिली थी। पंजाब पुलिस नाकेबंदी तक गाड़ियों की तलाशी ले रही थी। तभी पुलिस को एक इनोवा आती दिखाई दी। रात के अंधेरे में दो लोग उससे उतर कर खेत की तरफ भाग गए। पुलिस ने इनोवा से दो लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि दोनों शख्स अमृतपाल सिंह और पप्पलप्रीत थे। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है। घर-घर की तलाशी ली जा रही है।
करीब दो हफ्ते से लगातार पुलिस अमृतपाल और पप्पलप्रीत की तलाश में जुटी है। इस बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में जो दो शख्स नजर आ रहे हैं, वे अमृतपाल और उसका सहयोगी पप्पलप्रीत हैं। यह वीडियो पूर्वी दिल्ली के मधुविहार इलाके का है।
पुलिस ने आईडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर पता लगाने की कोशिश की कि क्या यह शख्स अमृतपाल ही है। सॉफ्टवेयर में वीडियो वाले शख्स और अमृतपाल के बीच काफी समानता नजर आई है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि जब तक अमृतपाल पकड़ में नहीं आता तब तक कह पाना मुश्किल होगा कि वीडियो में नजर आ रहा शख्स वही है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह निश्चित रूप से तब तक नहीं कहा जा सकता जब तक कि उसे पकड़ा नहीं जाता और उससे पूछताछ नहीं की जाती।”
बिना पगड़ी के दिखा अमृतपाल
वीडियो में नजर आ रहे जिस शख्स को लेकर दावा किया जा रहा है कि वह अमृतपाल है, वह बिना पगड़ी के खुले बालों में मार्केट में घूम रहा है। इसमें उसने मुंह पर मास्क और सनग्लास लगाए हैं। इसके अलावा, उसने जैकेट पहनी हुई है। वहीं, उसके साथ पगड़ी में एक और शख्स दिख रहा है, जिसे अमृतपाल का सहयोगी पप्पलप्रीत बताया जा रहा है। वीडियो में उसके हाथ में एक बैग भी है। इस नये फुटेज पर पंजाब पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
अमृतपाल और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था। इस घटना के तीन हफ्ते बाद 18 मार्च को पुलिस ने उसके और उसके खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल उसके बाद से ही फरार है। वह 18 मार्च को जालंधर जिले से भाग निकला था। अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोकसेवकों के कर्तव्य निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।