खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह को पकड़ने में पंजाब पुलिस को अभी तक कामयाबी नहीं मिल सकी है। पुलिस लगातार उसको ढूंढने में जुटी है। पुलिस सर्च ऑपरेशन के दौरान उन ठिकानों पर भी पहुंची है, जहां जहां वह ठहरा था। अब पुलिस उस जुगाड़ गाड़ी चलाने वाले तक भी पहुंच गई है, जिसमें अमृतपाल ने लिफ्ट ली थी।
जुगाड़ गाड़ी में बैठे हुए अमृतपाल सिंह की एक फोटो भी सामने आई है। रिक्शावाले का कहना है कि वह नहीं जानता था कि जिसे वह अपने रिक्शा में बैठा रहा है, वह शख्स कौन है। एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में रिक्शावाले लखवीरसिंह ने बताया, “अमृतपाल सिंह ने उसके रेहड़े में लिफ्ट ली थी। यह रिक्शा मेहतपुर की तरफ जा रहा था, जो कि जालंधर में उसके गांव उधोवाल से 5 किमी की दूरी पर है। उसने देखा कि रास्ते में सड़क के किनारे दो लोग खड़े थे।”
जुगाड़ गाड़ी के ड्राइवर लखवीर ने बताया कि उन दोनों ने उससे कहा कि उनकी मोटरसाइकिल का टायर पंक्चर हो गया है और उन दोनों ने रिपेयर शॉप तक के लिए लिफ्ट मांगी और अपनी मोटरसाइकिल को रिक्शा में रखकर बैठ गए। उसने कहा कि उस समय वह नहीं जानता था कि वो लोग कौन हैं और उसने उन्हें पहले कभी नहीं देखा था।
उसने आगे कहा, “मैंने उनसे कहा कि पास के दूसरे गांव में एक दुकान है जिसके लिए हमें उस तरफ वापस जाना पड़ेगा, लेकिन उन्होंने कहा कि उस तरफ जाने की कोई जरूरत नहीं है। इसलिए हम आगे चलकर मेहतपुर चले गए और वे मेहतपुर के बाहरी इलाके में एक पंक्चर की दुकान पर उतर गए।”
उसने कहा कि उसे ये याद नहीं कि उन दोनों ने किस रंग के कपड़े पहने थे और ना ही उसको ये याद है कि वे दोनों क्या बात कर रहे थे। उसने कहा कि रिक्शा बहुत षोर कर रहा था और उसने हेडफोन लगाया हुआ था। उसने कहा, “पुलिस के मुझसे बात करने के बाद ही मुझे पता चला कि वे लोग कौन थे।” अमृतपाल और उसके सहयोगी ने रिक्शावले को 100 रुपये भी दिए थे। अमृतपाल सिंह शनिवार से फरार है और पुलिस से बचने के लिए उसने 12 घंटे में 5 गाड़ियां बदली थीं। पुलिस ने उस भगौड़ा घोषित कर दिया है।