वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी तेजिंदर सिंह गिल उर्फ बाबा गोरखा को आश्रय देने वाले बलवंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। खन्ना पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है। पुलिस का कहना है कि उससे पूछताछ की जा रही है लेकिन अभी तक अमृतपाल सिंह और बलवंत सिंह के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया है।
इससे पहले अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी पंजाब पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली थी जबी कई दिन से फरार खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के गनमैन तेजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया गया था। तेजिंदर सिंह को गोरखा बाबा के नाम से भी जाना जाता है। वह अमृतपाल सिंह का बेहद करीबी था और हमेशा उसकी सुरक्षा में तैनात रहता है।
अमृतपाल सिंह का करीबी है तेजिंदर सिंह
तेजिंदर सिंह (गोरखा बाबा) का नाम अजनाला मामले में भी प्रमुख आरोपियों में शामिल है। पुलिस ने गोरखा बाबा के खिलाफ धारा 107/151 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई लुधियाना की खन्ना पुलिस ने की थी और गुरुवार (23 मार्च) को तेजिंदर सिंह को गिरफ्तार किया था। गोरखा बाबा खन्ना के मलौद थाने के मंगेवाल गांव के रहने वाला है और उसे अमृतपाल का सबसे करीबी माना जाता था। वह अजनाला में पुलिस स्टेशन पर धावा बोलने के दौरान भी मौजूद था।
नेपाल के रास्ते कनाडा भाग सकता है अमृतपाल
वहीं, दूसरी खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’के चीफ अमृतपाल सिंह को पकड़ने में पंजाब पुलिस को अभी तक कामयाबी नहीं मिल सकी है। पुलिस सर्च ऑपरेशन चलाकर लगातार उसको ढूंढने में जुटी है। इस बीच आशंका जताई जा रही है कि अमृतपाल देश छोड़ने की फिराक में है। वह नेपाल के रास्ते कनाडा जा सकता है। जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी गई है। वह पहले भी भारत से भागने का प्लान बना चुका था। इसके लिए उसने दिसंबर 2021 में ही कनाडा में Temporary Work Permit के लिए अप्लाई कर दिया था। उसने कनाडा के एक प्रांत में ट्रक ड्राइवर की नौकरी के लिए अपनी एप्लीकेशन दी थी।
पुलिस उस जुगाड़ गाड़ी चलाने वाले तक भी पहुंच गई है, जिसमें अमृतपाल ने लिफ्ट ली थी। हालांकि, रिक्शावाले का कहना है कि वह नहीं जानता था कि जिसे वह अपने रिक्शा में बैठा रहा है वह शख्स कौन है।