KS Eshwarappa On Azaan: कर्नाटक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार (13 मार्च, 2023) को अजान को लेकर विवादित टिप्पणी की है। ईश्वरप्पा ने कहा कि अगर लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल नमाज के लिए किया जाता है, तो इससे पता चलता है कि ‘अल्लाह बहरा है’। उन्होंने यह भी कहा कि अजान से उनके सिर में दर्द होता है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उसी दौरान पास की मस्जिद से अजान होने लगी। जिससे ईश्वरप्पा खफा हो गए है। ईश्वरप्पा ने कहा, ‘मैं जहां भी जाता हूं, यह (अजान) मुझे सिरदर्द देता है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है। आज नहीं तो कल इस तरह की अजान पर प्रतिबंध लग जाएगा।
ईश्वरप्पा ने पूछा कि क्या अज़ान के दौरान लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करने पर ही अल्लाह नमाज सुनेगा। उन्होंने कहा, ‘मंदिरों में लड़कियां और महिलाएं प्रार्थना और भजन करती हैं, लेकिन वो कभी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करती हैं। अगर आपको लाउडस्पीकर से नमाज अदा करनी है, तो इसका मतलब है कि अल्लाह बहरा है।’
अजान मुझे सिरदर्द देती है: ईश्वरप्पा
भाजपा नेता ने कहा, ‘मैं जहां भी जाता हूं, यह मेरे लिए सिरदर्द होता है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि जल्द ही यह खत्म होगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला जल्द आने वाला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमें सभी धर्मों का सम्मान करने के लिए कहा है, लेकिन मुझे पूछना चाहिए कि क्या अल्लाह केवल तभी सुनेगा जब आप माइक्रोफोन से चिल्लाएंगे।
‘हम हिंदू भी मंदिरों में पूजा करते, उनसे ज्यादा आस्था रखते’
उन्होंने कहा कि हम हिंदू भी मंदिरों में प्रार्थना करते हैं, श्लोक और भजन गाते हैं, हम उनसे ज्यादा आस्था रखते हैं और यह भारत माता है, जो धर्मों की रक्षा करती है, लेकिन अगर आप कहते हैं कि अल्लाह केवल तभी सुनता है जब आप माइक्रोफोन से प्रार्थना करते हैं तो मुझे सवाल करना चाहिए कि क्या वह बहरा है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को हल किया जाना चाहिए।
जुलाई में सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक आपात स्थिति को छोड़कर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था। शीर्ष अदालत ने प्रतिबंध के पीछे कारण के रूप में ध्वनि प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभावों का हवाला दिया था।