गुजरात उच्च न्यायालय ने प्रधानमंत्री मोदी की डिग्रियों मांगने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 25 हजार का जुर्माना लगा दिया है। इसके बाद अरविंद केजरीवल ने एक ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी को ‘अनपढ़… कम शिक्षित’ बताया है।
आम आदमी पार्टी के जरिए जंतर-मंतर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री का भाषण दिल्ली विधानसभा में उनका संबोधन और देश में चुनाव से एक साल पहले एक पोस्टर अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी की शैक्षणिक योग्यता उनके प्राथमिक चुनावी मुद्दों में से एक होगी।
हाईकोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “क्या देश को ये जानने का भी अधिकार नहीं है कि उनके PM कितना पढ़े हैं? कोर्ट में इन्होंने डिग्री दिखाए जाने का ज़बरदस्त विरोध किया। क्यों? और उनकी डिग्री देखने की माँग करने वालों पर जुर्माना लगा दिया जायेगा? ये क्या हो रहा है? अनपढ़ या कम पढ़े लिखे PM देश के लिए बेहद ख़तरनाक हैं”
आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री मोदी की प्रधानमंत्री मोदी की डिग्रियों के मामले को उठाकर जनता के बीच जाना चाहती है। आम आदमी पार्टी के एक नेता का कहना है कि ‘इस मामले को लेकर बीजेपी सामने क्यों नहीं आती और हमें उनकी योग्यता का ब्योरा क्यों नहीं देती? उनके (मोदी के) सहपाठी और शिक्षक कहां हैं? समस्या यह है कि स्पष्टता की कमी है। दूसरी ओर, हमारी पार्टी का नेतृत्व एक IITian कर रहा है, जो बाद में IRS अधिकारी बना। हमारे पास पार्टी में अन्य उच्च शिक्षित लोग हैं और हम मानते हैं कि इन योग्यताओं और अनुभव वाले लोग समस्याओं का बेहतर और व्यवहार्य समाधान प्रदान करते हैं। दूसरी ओर, भाजपा के पास एक व्यक्ति है जिसकी शैक्षिक योग्यता अज्ञात है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, हम हमले की इस लाइन को तेज करेंगे क्योंकि लोगों को यह जानने का अधिकार है कि उनका नेतृत्व कौन कर रहा है’
जबकि भाजपा का मामला है कि प्रधानमंत्री मोदी को लेकर इस तरह का माहौल बनाकर आप अपने ही पाले में गोल कर रही है। एक अन्य आप नेता कहते हैं कि “2014 और अब के बीच, गंगा बहुत आगे बह गई है। जनता अब नोटबंदी, जीएसटी, किसानों के बिल, महंगाई की भयावहता देख चुकी है। वह (प्रधानमंत्री मोदी) नालियों से निकलने वाले जहरीले धुएं को ईंधन के रूप में इस्तेमाल कर चाय बनाने की बात करते है। उनका कहना है कि बिहारियों ने सिकंदर को तब हराया जब वह कभी बिहार आया ही नहीं। उन्होंने वर्षों में कई निरर्थक बयान दिए हैं। आज अगर हम कहें कि वह एक अनपढ़ आदमी की तरह बात करते हैं तो यह गलत नहीं है ।