उत्तर प्रदेश के बलिया जिला मुख्यालय की पुलिस ने अवैध रूप से भारत में आए एक रोहिंग्या का पासपोर्ट बनवाने में मदद करने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बलिया शहर कोतवाली के प्रभारी राजीव सिंह ने मंगलवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि पुलिस ने सोमवार को गड़वार मार्ग के पौहारीपुर पुलिया से इजहारुल हक को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि इजहारुल हक ने म्यांमा से अवैध रूप से भारत में आने वाले मोहम्मद अरमान उर्फ अबु तल्हा नामक रोहिंग्या का पासपोर्ट बनवाने में मदद की थी। वह जिले के बिल्थरा रोड कस्बे का रहने वाला है और लंबे समय से जिला मुख्यालय के विशुनीपुर मोहल्ले में चूड़ी की दुकान चलाता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की वाराणसी इकाई ने 14 मार्च को बलिया बस अड्डे के समीप से रोहिंग्या मुहम्मद अरमान उर्फ अबु तल्हा और अब्दुल अमीन को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार, एटीएस की पूछताछ में गिरफ्तार अरमान उर्फ अबु तल्हा ने बताया कि वह रोहिंग्या शरणार्थी हैं और भारत-म्यांमा अंतरराष्ट्रीय सीमा से 2008 में भारत आए थे। सीमा पर स्थित मोरे में वह बलिया के रहने वाले सगीर अहमद की दुकान पर काम करता था और उसके सहयोग से बलिया आ गया। सगीर के बेटे सैद ने उसे अपने घर में छिपाकर रखा।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले एक व्यक्ति ने उसका वोटर आईडी कार्ड बनवा दिया, जिसके जरिये उसने पैन और आधार कार्ड बनवा लिया। इसके बाद इजहारुल हक ने उसका पासपोर्ट बनवा दिया। पासपोर्ट बनने के बाद वह बहरीन और सऊदी अरब गया और साल 2022 में भारत लौटा। इस समय अरमान उर्फ अबु तल्हा पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के पंडुआ में रहता है और बलिया में कुछ दस्तावेज तैयार कराने आया था, तभी एटीएस टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अब उससे पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर बाकी आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई में जुटी है।