Betul News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल जिले (Betul) के मंडावी गांव में 55 फीट गहरे बोरवेल में एक 8 साल का बच्चा फंस गया है। उसे यहां फंसे हुए 65 घंटे बीत गए हैं और बच्चे को निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है। बच्चे का परिवार काफी गुस्से में है और वे सवाल कर रहे हैं कि अगर किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तब भी क्या इतना ही समय लगता। तन्मय की मां ज्योति साहू ने कहा, “कुछ भी हो मेरा बच्चा, मुझे दे दो। किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो क्या इतना समय लगता?”
मां बोली- मेरे बच्चे को बाहर निकालो, एक बार देखना चाहती हूं
बच्चे की मां ने कहा, “इतना समय बीत गया और वे कुछ भी नहीं कह रहे हैं। मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं। तीन दिन बीत गए, पहले कहा गया था कि 2-4 घंटे में बच्चे को निकाल लिया जाएगा। मंगलवार को तन्मय बोरवेल में गिरा था और आज शुक्रवार है। मुझे कुछ नहीं चाहिए। मेरे बेटे को बाहर निकालो। मैं अपने बच्चे को एक बार देखना चाहती हूं, चाहे वह कुछ भी हो, बस उसे बाहर निकालो।”
परिवार ने प्रशासन पर उठाए सवाल
तन्मय के परिवार के अन्य सदस्यों ने भी प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। इस बीच, तन्मय के साथ पढ़ने वाले बच्चे उसकी भलाई के लिए गायत्री मंत्र का जाप कर रहे हैं। बैतूल के अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) श्यामेंद्र जायसवाल ने अपडेट देते हुए कहा, “हमने 45 फीट तक खुदाई पूरी कर ली है और अब एक सुरंग खोदेंगे जिसका काम शुरू कर दिया गया है। रास्ते में कठोर चट्टानें थीं जिन्हें मशीनों की मदद से तोड़ा गया।”
उन्होंने कहा, “अब हम बच्चे के पास पहुंच गए हैं और यह बहुत संवेदनशील स्थिति है इसलिए अब इसे हाथ से खोदा जाएगा और बच्चे के करीब पहुंचने की कोशिश की जाएगी।” तन्मय 6 दिसंबर की शाम करीब 5 बजे खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गया और इसके एक घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था।
बच्चे की भलाई के लिए स्कूल में किया गया गायत्री मंत्र का जाप
उसके पिता सुनील साहू ने कहा है, “मेरी 12 साल की बेटी ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा और घटना की जानकारी दी। हम तुरंत मौके पर पहुंचे। उसकी सांस चल रही थी और हमने पूछताछ करते हुए उसकी आवाज सुनी। बचाव अभियान 6 दिसंबर को शाम 6 बजे से शुरू किया गया था।”
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), होमगार्ड और स्थानीय पुलिस कर्मी पिछले तीन दिनों से काम पर हैं। तन्मय की शिक्षिका गीता मानकर ने कहा, “तन्मय तीसरी कक्षा का छात्र है। उसके स्कूल के शिक्षकों सहित स्कूल के बच्चों ने उसकी सुरक्षा के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया। शिक्षकों और छात्रों ने भगवान से प्रार्थना की है कि तन्मय बोरवेल से सुरक्षित बाहर आ जाए। तन्मय एक बुद्धिमान छात्र है। उसकी सुरक्षा हम सभी की जीत होगी।”