आचार्य प्रमोद कृष्णम् मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेसी दिग्विजय सिंह पर ही हमलावर हो उठे। दिग्विजय ने एलोपैथी के विरोध वाले मामले को लेकर सुबह-सुबह बाबा रामदेव की आलोचना करते हुए एक ट्वीट किया था, जिस पर आचार्य ने उन्हें पार्टी की सरकारों के रवैए को देखने की सीख दे डाली। दिग्विजय ने ट्वीट में देश भर में बाबा रामदेव के खिलाफ हो रहे डॉक्टरों के प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा था कि यह विवाद आयुर्वेद बनाम ऐलोपैथी का नहीं। यह मामला तो इस लिए उठ खड़ा हुआ कि रामदेव ने डॉक्टरों पर व हेल्थ वर्करों पर भद्दी टिप्पणी की थी। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ जिन्होंने दिनरात अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाई।
इसी बात पर पता नहीं क्यों आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिग्विजय को पार्टी के अंदर झांकने की सलाह दे डाली। उन्होंने जवाबी ट्वीट में कहा कि कांग्रेस की सरकारें भी इस “ढोंगी बाबा” को अपने अपने राज्य में ख़ूब मदद करती हैं। ज़रा उनकी ख़ैर ख़बर भी ले लीजिए। आचार्य का इशारा किस तरफ था, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पा रहा क्योंकि शुरुआती दौर में जब रामदेव गुमनामी से उभर कर लोकप्रियता की सीढ़िया चढ़ रहे थे, उस समय को छोड़कर उनके और कांग्रेसी नेताओं के रिश्ते सार्वजनिक तौर पर कभी अच्छे नहीं रहे। वैसे आचार्य कृष्णम् का अचानक दिग्विजय के खिलाफ बोलना भी आश्चर्यजनक है। उल्लेखनीय है कि आचार्य कांग्रेसी बाबा के रूप में जाने जाते हैं। वे राजनाथ सिंह के खिलाफ कांग्रेस के टिकट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
कांग्रेस की सरकारें भी इस “ढोंगी बाबा” को अपने अपने राज्य में ख़ूब मदद करती हैं,ज़रा उनकी ख़ैर ख़बर भी ले लीजिये. https://t.co/0nF4WtwSac
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) June 2, 2021
वैसे, आचार्य की बात में दम हो सकता है। नेताओं में कई बार निजी रिश्ते और सार्वजनिक रिश्ते अलग होते हैं। मसलन, मोदी जी मुलायम सिंह के यहां शादी समारोह में जा चुके हैं। एक टीवी कार्यक्रम में रामदेव ने खुद कहा था कि उनके राहुल और सोनिया गांधी के साथ अच्छे रिश्ते हैं। वे और उनकी मां रोज योग करती हैं।
राहुल से दोस्ताना संबंधो का दावा करने वाले रामदेव एक बार यहां तक बोल गए थे कि राहुल ने वस्तुतः मुर्दा हो चुकी कांग्रेस में प्राण फूंक दिए हैं। लेकिन, जैसा कि आप जानते हैं कि व्यापारिक और सियासी रिश्तों में कुछ भी संभव है। कौन भूल सकता है टीवी स्क्रीन पर वह मंजर जब रामदेव लालू के चेहरे पर खुद अपने हाथ से पतंजलि की गोल्डेन क्रीम मल रहे थे। कहा गया था कि लालू रामदेव के लिए मॉडल बन गए हैं।
तो, कोई बड़ी बात नहीं कि कुछ कांग्रेसियों को बाबा सचमुच बड़े अच्छे लगते हों। मतलब, नेता कुछ भी कर सकते हैं। अभी हाल में जब इसरायल के हाथों फिलस्तीन पिट रहा था, उस समय एक वीडियो वाइरल हुआ था जिसमें नेतन्याहू सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान से हंस-हंस कर बतिया रहे थे। मज़ा यह कि वह वक्त ऐसा था जब सारे के सारे अरब देश इजरायल की निंदा कर रहे थे।