
Riya Shakya Vs vinay Shakya: भारतीय जनता पार्टी ने बिधूना सीट से रिया शाक्य को टिकट दिया है। रिया बिधूना से मौजूदा विधायक विनय शाक्य की बेटी हैं। हाल ही में विनय शाक्य बीजेपी छोड़ सपा में शामिल हो गए हैं। अब जो राजनीतिक समीकरण बने हैं उसमें बेटी पिता के खिलाफ चुनावी रण में नजर आ रही हैं।

हालांकि रिया और विनय शाक्य अकेले ऐसे नेता नहीं हैं जो एक ही परिवार से होने के बावजूद अलग अलग दलों के निशान पर जनता के बीच हैं। और भी कई बड़े नाम इसमें शामिल हैं।

मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह गाजीपुर से विधायक रहे हैं। मुख्तार मऊ से बसपा के विधायक हैं। सिबगतुल्लाह अब सपा में हैं। इस बार दोनों भाई अलग-अलग दल से जनता के बीच हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य अब बीजेपी से सपा में आ गए हैं। उनकी सांसद बेटी संघमित्रा बीजेपी में हैं। इस चुनाव में दोनों बाप बेटी अलग-अलग दल की पैरवी करते नजर आएंगे।

अपर्णा यादव अखिलेश यादव के छोटे भाई प्रतीक की पत्नी हैं। इस बार वह सपा छोड़ बीजेपी में शामिल हो चुकी है। अखिलेश यादव सपा के टिकट पर करहल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं अपर्णा लोगों के बीच बीजेपी गुणगान करती नजर आ रही हैं।

यूपी के साथ ही पंजाब में भी विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह इस बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं तो वहीं उनके पति अंगद सैनी नवांशहर से कांग्रेस के एमएलए हैं। इस बार अभी उनका टिकट फाइनल नहीं हुआ है। अगर उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलता है तो दोनों पति पत्नी अलग अलग दल से जनता के बीच होंगे।

सहारनपुर के इमरान मसूद समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। उनके जुड़वा भाई नोमान मसूद बीएसपी में हैं। दोनों के नेता अलग हो चुके हैं।

बसपा से अंबेडकर नगर के सांसद रहे राकेश पांडे अब सपा में हैं। मौजूदा सांसद और राकेश पांडे के बेटे रितेश पांडे बसपा में हैं।