
Raja Bhaiya vs Gulshan Yadav: कुंडा (Kunda) विधानसभा सीट से विधायक हैं रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया। राजा भैया प्रतापगढ़ जिले की इस सीट पर पहली बार 1993 में चुनाव लड़े थे। तब से लेकर आज की तारीख तक कुंडा विधानसभा सीट से वह हर बार लड़े और जीते। इस बार उनके दोस्त गुलशन यादव (Gulshan Yadav) से ही उनका मुकाबला होने जा रहा है।

समाजवादी पार्टी ने कुंडा सीट से गुलशन यादव को टिकट दिया है। साल 2002 के बाद पहली बार सपा ने राजा भैया के खिलाफ अपना कोई प्रत्याशी उतारा है।

राजा भैया भले निर्दलीय ही विधानसभा का चुनाव लड़ते रहे हों लेकिन वह जीतकर समाजवादी पार्टी को समर्थन देते थे। राजा भैया मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री भी रहे थे।

पिछले कुछ समय से राजा भैया और अखिलेश यादव के बीच मनमुटाव देखने को मिल रहा है। इस तल्खी का नतीजा ये हुआ कि 20 साल बाद फिर से समाजवादी पार्टी ने राजा भैया के सामने अपना कैंडिडेट उतार दिया है।

बात अखिलेश यादव और सपा के प्रत्याशी गुलशन यादव की करें तो वह राजा भैया के बेहद करीबी और अच्छे दोस्त रहे हैं। राजा भैया की छत्रछाया में रहकर गुलशन यादव ने राजनीति में कदम रखा था।

कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके गुलशन यादव पर डीएसपी जिया उल हक के मर्डर का आरोप लगा था। जिन राजा भैया के खिलाफ वह मैदान में हैं उनपर भी उसी मर्डर केस के आरोप लगे थे। उस केस से राजा भैया बरी हो चुके हैं।

10 मार्च को पता चल जाएगा कि दोनों दोस्तों में कौन किस पर भारी पड़ता है। और उस दिन यह भी पता चल जाएगा कि राज्य की सत्ता पर कौन सी पार्टी काबिज होगी।