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Mayawati Vs Raja Bhaiya: रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया यूपी की राजनीति का चर्चित नाम हैं। वह निर्दलीय चुनाव लड़ते रहे और यूपी सरकार में मंत्री भी रहे। मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के साथ राजा भैया के अच्छे संबंध बताए जाते हैं। मुलायम के बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से भी राजा भैया की खूब अच्छी जमी। हालांकि मायावती के साथ राजा भैया की अदावत बेहद चर्चित है। एक बार तो राजा भैया ने मायावती के लिए ये भी कह दिया था कि वह उन्हें छूकर अपने हाथ गंदे नहीं करना चाहते। आइए जानें पूरा मामला:
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राजा भैया उत्तर प्रदेश की कुंडा रियासत से ताल्लुक रखते हैं। वह मुलायम सिंह यादव की सरकार को बतौर निर्दलीय विधायक समर्थन देते रहे हैं। ( यह भी पढ़ें: मुलायम से योगी तक, इन राजनेताओं में किसी के 9 तो किसी के हैं 7 भाई-बहन)
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साल 2002 में तत्कालीन यूपी सीएम मायावती ने राजा भैया और उनके पिता उदय प्रताप सिंह को किडनैपिंग और धमकाने के आरोपों में जेल में डाल दिया था। राजा भैया पर मायावती ने पोटा भी लगा दिया था। (यह भी पढ़ें: जेब से रूमाल निकाल मायावती की जूती साफ करने लगे थे DSP, बसपा चीफ ने देखा तक नहीं था )
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साल 2003 में बसपा सरकार गिर गई और मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी ने सरकार बनाई। सीएम बनते ही मुलायम सिंह ने राजा भैया को जेल से बाहर करवा दिया। (यह भी पढ़ें: जब गेस्ट हाउस कांड के बाद प्लेन में टकरा गए थे मायावती और मुलायम, सुरक्षाकर्मियों के फूल गए थे हाथ-पांव )
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जेल से छूटने के बाद राजा भैया से मीडिया में पूछा गया कि क्या वह अब मायावती से बदला लेंगे। इसपर राजा भैया ने साफ कहा था कि वह बदले की राजनीति में विश्वास नहीं रखते।
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मायावती के लिए राजा भैया ने आगे कहा था- उन्हें हाथ लगाकर अपने हाथ गंदे क्यों करना? मायावती खुद अपने कर्मों से खत्म हो जाएंगी। हम हिंसा में विश्वास नहीं रखते। यह भी पढ़ें: जब अखिलेश और डिंपल के कारण अपने बॉडीगार्ड पर बुरी तरह भड़क गईं मायावती, जमकर लगाई थी डांट ) -
बता दें कि तब राजा भैया 10 महीनों तक यूपी की 7 अलग अलग जेलों में रहे थे। राजा भैया का कहना था कि उनपर मायावती ने राजनीतिक दुर्भावना के तहत कार्रवाई की थी।
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Photos: Social media
