
Mayawati Lalu Prasad Yadav: मायावती और लालू प्रसाद यादव दोनों भारतीय राजनीति के बड़े चेहरे हैं। दोनों ही नेता अपने-अपने राज्य के सीएम भी रह चुके हैं। लालू प्रसाद यादव और मायावती फिलहाल संसद या विधानसभा किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। हालांकि लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मायावती को राज्यसभा सीट ऑफर की थी लेकिन बसपा (BSP) चीफ ने उसे ठुकरा दिया था।

फर्स्टपोस्ट डॉट कॉम ने तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव के हवाले से बताया था कि 2017 में जब मायावती ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया था तब लालू प्रसाद ने उन्हें राज्यसभा भेजने का वादा किया था। (फोटो- रेणुका पुरी, इंडियन एक्सप्रेस)

पिता का वादा निभाते हुए साल 2018 में जब राज्यसभा चुनाव का ऐलान हुआ तो तेजस्वी यादव ने मायावती को फोन किया था और राज्यसभा सीट ऑफर की थी। (यह भी पढ़ें: जब अखिलेश और डिंपल के कारण अपने बॉडीगार्ड पर बुरी तरह भड़क गईं मायावती, जमकर लगाई थी डांट )

तेजस्वी यादव ने मायावती से तब कहा था- मैं तेजस्वी बोल रहा हूं। पापा ने आपसे वादा किया था। सीट खाली हुई है, चुनाव की घोषणा हो चुकी है, आरजेडी अपना वादा निभाना चाहती है।

तेजस्वी यादव ने कहा था कि संसद में लालू प्रसाद नहीं है, शरद यादव भी बाहर हो चुके हैं, ऐसे में जिस बात की आपको चिंता थी कि वंचितों की आवाज उठाने वाला कोई नहीं रहा, उसकी भरपाई आप चाहो तो की जा सकती है। (यह भी पढ़ें: जेब से रूमाल निकाल मायावती की जूती साफ करने लगे थे DSP, बसपा चीफ ने देखा तक नहीं था )

मायावती ने पहले तो धन्यवाद किया लेकिन पहले की तरह एक बार फिर उन्होंने मना कर दिया। बसपा चीफ ने कहा कि लालू प्रसाद ने मेरे बारे में सोचा, आरजेडी ने मेरे बारे में इतना सोचा यह आप सबों का बड़प्पन है।

मायावती ने ये कहते हुए राजद का ऑफर ठुकरा दिया कि जब तक केंद्र में बीजेपी की सरकार है तब तक पार्लियामेंट नहीं जाऊंगी। (यह भी पढ़ें: जब गेस्ट हाउस कांड के बाद प्लेन में टकरा गए थे मायावती और मुलायम, सुरक्षाकर्मियों के फूल गए थे हाथ-पांव )

फोटोज- पीटीआई