
Madhavrao Scindia : माधवराव सिंधिया ग्वालियर राजघराने से संबंध रखते थे। वर्तमान में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) उनके बेटे और राजस्थान की सीएम रह चुकीं वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) उनकी बहन हैं। माधवराव कांग्रेस पार्टी के दिग्गज राजनेता होने के साथ ही BCCI के अध्यक्ष भी हुआ करते थे। एक बार उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के कुछ क्रिकेटर संग डकैती और किडनैपिंग का स्वांग रच दिया था।

एक बार कुछ भारतीय नेशनल टीम के क्रिकेटरों को ग्वालियर में एक प्रदर्शनी मैच खेलने के लिए बुलाया गया था। इन खिलाड़ियों में सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, नवाब मंसूर अली खान पटौदी और इरापल्ली प्रसन्ना जैसे बड़े क्रिकेटर शामिल थे। (यह भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया की बेटी को फुटबॉल तो बेटे को क्रिकेट का शौक, जानिए फैमिली मेंबर्स के पसंदीदा खेल)

ग्वालियर आए क्रिकेटरों को माधवराव सिंधिया शिवपुरी के जंगलों में शिकार करने ले गए। तब शिकार करना वैध था। उसी शिकार के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने देश के उन नामी क्रिकेटर्स के पसीने छुड़ा दिये थे।( यह भी पढ़ें: ‘माधवराव सिंधिया को मत बनाना मंत्री..’, निधन से कुछ दिन पहले इंदिरा गांधी ने बेटे राजीव को दी थी नसीहत )

दरअसल जब रात में वो लोग सो रहे थे तभी अचानक गोलियां चलने की आवाजें सुनाई देने लगीं। क्रिकेटर्स ने आंख खोले तो कुछ बंदूक धारी उनसे उनका सारा सामान मांगते दिखे। उन लोगों से कहा गया कि चुपचाप सारा सामान हमारे हवाले करके इस जीप में बैठ जाओ।

खुद को ‘डकैतों’ से घिरा देख विश्वनाथ और प्रसन्ना चिल्लाने लगे। वो डरते हुए कहने लगे कि वे भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं और देश को उनकी आवश्यकता है। इस पर उन ‘डकैतों’ ने नाटक करते हुए कहा कि ये क्रिकेट क्या होता है। हमने तो कभी ये शब्द सुना ही नहीं है। (यह भी पढ़ें: किसी की हो गई मौत तो किसी का हुआ तलाक, जानिए किस हाल में हैं विजया राजे की चारों बेटियां )

थोड़ी देर बाद पता चला कि जो लोग डकैत के भेष में आए थे वो माधवराव सिंधिया के लोग थे और ये सारी उनकी ही शरारत थी। जब क्रिकेटर्स को पता चला कि ये सब माधवराव सिंधिया का एक प्रैंक है तब उनकी जान में जान आई।

इस पूरी घटना का जिक्र रशीद किदवई की किताब ‘द हाउस ऑफ सिंधियाज: ए सागा ऑफ पॉवर, पॉलिटिक्स एंड इंट्रीग’ में किया गया है। ( यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में ही हो गया था तलाक, वसुंधरा राजे के बेटे की पिता से 29 साल तक चली लड़ाई )

इस घटना के बारे में सैफ अली खान के पिता और अपने जमाने के मशहूर क्रिकेटर नवाब मंसूर अली खान पटौदी ने भी एक टीवी इंटरव्यू में बताया था। उन्होंने बताया था कि माधवराव सिंधिया के इस प्लान में वो भी शामिल थे।( यह भी पढ़ें: जब अपने ही स्कूल में लड़कों से पिट गए थे माधवराव, शिकायत पर मिली थी खुद निपटने की सलाह)

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