जब लालू प्रसाद यादव ने पूड़ी जलेबी का लालच दे एबीवीपी-संघ वालों को भेज दिया था जेल
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Lalu Prasad Yadav: लालू प्रसाद यादव राजनीति में काफी चर्चित रहे हैं। वह जब से सक्रिय राजनीति में आए तब से ही उन्होंने लगातार बीजेपी और संघ के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रखी है। संघ से लालू का पुराना बैर रहा है। छात्र जीवन से ही लालू प्रसाद की एबीवीपी वालों से कुछ खास नहीं बनती थी। एक बार तो लालू ने पूड़ी जलेबी का लालच देकर एबीवीपी और संघ के 17 कार्यकर्ताओं को जेल की दहलीज तक पहुंचा दिया था। लालू प्रसाद यादव ने अपनी बायोग्राफी 'गोपालगंज टू रायसिना' में इस किस्से का जिक्र किया है।
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पूरा मामला तब का है जब लालू जेपी आंदोलन के साथ जुड़े थे। लालू के मुताबिक जेपी आंदोलन के शुरुआती दौर में एक बार जेपी ने जेल भरो का आह्वान किया और मुझसे कहा कि बड़ी संख्या में छात्रों को कोर्ट अरेस्ट कराने की व्यवस्था करें। आंदोलन अब भी बहुत छोटी अवस्था में था और बहुत कम लोग जेल जाने को तैयार थे। फिर भी, मैंने 17 लोगों को जुटाया, जो एबीवीपी और आरएसएस से जुड़े हुए थे।
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बकौल लालू उन 17 लोगों को वह इस वादे के साथ पटना ले आए कि उनके एक दोस्त के घर पर पूड़ी और जलेबी की व्यवस्था है। लालू ने बाद में उन्हें पुलिस की एक बस में बैठाया, जो उनको बक्सर जेल ले गई। लेकिन बस बक्सर जेल के पास पहुंचने ही वाली थी कि सभी 17 कार्यकर्ता भाग खड़े हुए।
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लालू के मुताबिक ये सच है कि मैंने उनसे झूठा वादा किया था, लेकिन जिस अंदाज में वे भागे वह ये बताने को काफी है कि जेपी के प्रति उनकी निष्ठा किस स्तर की थी।
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इसके बाद इन 17 लोगों के पुलिस हिरासत से भागने की खबर तेजी से फैल गई। जेपी ने लालू को तलब किया औऱ उनसे इस बाबत पूछा।
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जेपी के सामने लालू ने कहा- बाबूजी, ये 17 कार्यकर्ता दरअसल भागे नहीं थे। उन्हें पता है कि आपने किस तरह से 1942 में हजारीबाग जेल से भागने के बाद अंडरग्राउंड होकर अंग्रेजी शासन के खिलाफ सफल आंदोलन चलाया था। वो भी बस आपके रास्ते को अपना रहे हैं।
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बकौल लालू उनकी ये बात सुन जेपी कुछ नहीं बोले और बस मुस्कुरा दिये। लालू के मुताबिक शायद जेपी को उनकी कारस्तानी का पता चल गया था।
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All Photos: Indian Express Archives