
आतंकी संगठन आईएसआईएस ने एक नया वीडियो जारी किया है, जिसमें एक 11 साल का लड़का सुसाइड मिशन पर रवाना होने से पहले अपने पिता के हाथ चूमते नजर आता है। इसके बाद, वह विस्फोटकों से लदे ट्रक से रवाना होता है और खुद को धमाके में उड़ा लेता है। (PHOTO SOURCE: VIDEO SCREENSHOTS)

फुटेज में दिख रहे इस नन्हे जिहादी का नाम अबू इमारा अल ओमरी है। वीडियो पोस्ट करने वालों ने दावा किया है कि इस बच्चे ने बशर अल असद सरकार के लिए लड़ रहे लोगों से सीरिया के करीब अलेप्पो शहर में गजल गांव छीनने में मदद की।

वीडियो में अल ओमरी एक बंदूक के साथ खेतों की ओर देखता भी नजर आता है। एक आतंकी उसे कुछ जानकारी देते नजर आता है।

वीडियो में दिखता है कि अल ओमरी को उसके पिता गाड़ी की छत की तरफ से बैठाता है। इसके बाद उसे गाड़ी चलाने से जुड़े टिप्स देता है।


इसके बाद यह बच्चा गाड़ी लेकर रवाना होता है।

कुछ दूरी पर जाकर वह विस्फोटकों में धमाका करते नजर आता है।

रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि आईएसआईएस अपने चाइल्ड सोल्जर्स से वैसा ही बर्ताव करता है जैसा कि अपने वयस्क हो चुके आतंकियों से। दोनों को एक समान ट्रेनिंग दी जाती है।

जानकारों का मानना है बीते 13 महीनों में ओमरी और उसके जैसे 88 अन्य बच्चों में से तीस प्रतिशत ने आत्मघाती हमलों में अपनी जान दी है। इनमें से अधिकतर बच्चे सीरिया से हैं।
