यह तस्वीर भिलाई में रहने वाली किम्सी जैन की है। जिस पर 200 करोड़ के मालिक अभिषेक मिश्रा की हत्या का आरोप है। छत्तीसगढ़ के अरबपति कारोबारी अभिषेक की हत्या के राज से जब पर्दा उठा तो हर कोई सन्न रह गया। कत्ल की साजिश किसी और ने नहीं बल्कि प्रेमिका किम्सी जैन ने ही रची थी, जिसमें उसका पति विकास जैन और ससुर अजीत शामिल हैं। इन्होंने अभिषेक की हत्या के बाद छह फुट गहरा गड्ढा खोदा और शव को उसमें रखकर ऊपर से गोभी का पौधा लगा दिया। इस मामले के तीनों आरोपी विकास, अजीत और किम्सी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आगे की स्लाइड में पढ़ें लव-सेक्स और धोखे की पूरी कहानी यह तस्वीर अभिषेक मिश्रा की है। किम्सी जैन नाम की महिला दो साल पहले किम्सी अभिषेक मिश्रा के कॉलेज में काम करती थी। इसी दौरान दोनों करीब आए थे। शादी के बाद किम्सी ने कॉलेज की नौकरी छोड़ दी, लेकिन अभिषेक चाहता था कि उनका रिश्ता कायम रहे। वह लगातार किम्सी पर इसके लिए दबाव डाल रहा था। परेशान किम्सी ने पूरी बात अपने पति विकास को बता दी। आगे पढ़ें, कैसे रची गई पूरी साजिश किम्सी ने जब अपने पति को पूरी कहानी सुनाई तो वह बदले की भावना जल उठा। इसके बाद किम्सी, उसके पति विकास और सुसर अजीत ने हत्या की साजिश रची। तीनों ने अभिषेक को घर बुलाने का प्लान बनाया। किम्सी ने अभिषेक को बुलाया और प्लान के मुताबिक वह घर आ भी गया। आगे पढ़ें, फिर क्या हुआ? किम्सी के बुलाने पर अभिषेक मिश्रा जब उसके घर पहुंचा तो उसके पति और सुसर ने उसके सिर पर लोहे की रॉड से हमला किया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आगे पढ़ें, शव को जमीन में दफनाने की कहानी अभिषेक मिश्रा के शव को किम्सी ने अपने पति और ससुर की मदद से भिलाई स्थित घर में ही दफनाने का फैसला किया। उन्होंने करीब छह फुट गहरा गड्ढा खोदा और उसके ऊपर गोभी का पौधा लगा दिया, जिससे किसी को शक न हो। आगे पढ़ें, पुलिस को 44 दिन गुमराह किया अभिषेक मिश्रा 9 नवंबर से लापता था। अरबपति कारोबारी का यूं लापता हो जाना पुलिस के लिए भी परेशानी का सबब था। इसी बीच अभिषेक के घर फिरौती के लिए फोन किए गए। फोन करने वाले ने ‘लाल सलाम’ कहकर मामले को नक्सलियों की तरफ मोड़ने की कोशिश की थी। इस प्रकार के फोन ने पुलिस को चक्कर में डाल दिया था, लेकिन फिर उसके हाथ लगा एक सुराग… आगे पढ़ें कैसे सुलझी इस मामले की गुत्थी -
छत्तीसगढ़ पुलिस ने 44 दिनों के भीतर इस मामले में 1500 लोगों से पूछताछ की। करीब 1872 कॉल डिटेल निकलवाए। इसी दौरान उसे एक मोबाइल नंबर किम्सी जैन नाम की महिला का मिला। बस यहीं से पुलिस के शक की सुई किम्सी पर जा टिकी और इस हत्याकांड का राज खुल गया।
छत्तीसगढ़ के शंकरा ग्रुप ऑफ कॉलेज के डायरेक्टर अभिषेक मिश्रा के कत्ल की गुत्थी 44 दिन बाद बुधवार खुली। उसका हत्या 9 नवंबर को की गई थी। -
किम्सी जैन को गिरफ्तार कर पुलिस रायपुर ले आई है।
