
Akhilesh Yadav Thakur Leaders: उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातीय समीकरण को लगभग सभी दल सबसे ज्यादा तरजीह देते हैं। योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर विरोधी आरोप लगाते हैं कि वह अपनी जाति के लोगों पर ज्यादा कृपा रखते हैं। वहीं सपा पर एक जाति विशेष के लोगों का ही ध्यान रखने के आरोप लगते रहते हैं। वैसे अखिलेश यादव जब राज्य के सीएम थे तब उनकी सरकार में 11 क्षत्रिय नेता मंत्री थे। अब सिर्फ पांच रह गए हैं। आइए जानते हैं बाकी कहां गए:

अखिलेश यादव साल 2012 से 2017 तक यूपी के मुख्यमंत्री थे। उनके मंत्रिमंडल में राजा भैया से पंडित सिंह जैसे 11 ठाकुर नेता शामिल थे।

अखिलेश यादव ने जिन ठाकुर नेता को मंत्री बनाया था उनके नाम हैं- रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह, अरविंद सिंह गोप, राधे श्याम सिंह, मदन चौहान, राजा आनंद सिंह, योगेश प्रताप सिंह, राजा महेंद्र अरिदमन सिंह, ओम प्रकाश सिंह, राजकिशोर सिंह और राजा राजीव प्रताप सिंह।

पंडित सिंह का कोरोना से निधन हो चुका है।

रघुराज प्रताप सिंह ने अब अपनी अलग पार्टी बना ली है। कुंडा से सपा के गुलशन यादव उनके सामने हैं।

राजकिशोर सिंह समाजवादी पार्टी को छोड़ मायावती की बसपा में शामिल हो चुके हैं।

मदन चौहान को इस बार समाजवादी पार्टी से टिकट नहीं मिला तो वह सपा छोड़ बसपा में शामिल हो गए।

राजा महेंद्र अरिदमन सिंह भी अखिलेश यादव का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं।

राजा आनंद सिंह भी फिलहाल समाजवादी पार्टी से बाहर हैं। राजा आनंद सिंह के परिवार से लोग बीजेपी में हैं।