
योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से चुनाव लड़ने वाले हैं, वहीं अखिलेश यादव करहल सीट से नामांकन करेंगे, लेकिन क्या आपको इस बात की जानकारी है कि वर्तमान और पूर्व सीमए रहे ये योगी-अखिलेश यूपी में सीएम बनने की एक परंपरा को मुलायम सिंह यादव के बाद तोड़ने जा रहे हैं?

योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से विधानसभा चुनाव लड़ने के साथ ही यूपी चुनाव का 18 साल का एक रिकॉर्ड भी टूटा है।

बता दें कि योगी से पहले केवल मुलायम सिंह यादव ही आखिरी बार गुन्नौर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद यूपी के सीएम बने थे।

जनता के बीच अपनी लोकप्रियता साबित कर मुलायम ने साल 2003 में वह गुन्नौर से उपचुनाव लड़कर सीएम की कुर्की पर कब्जा जमाए थे।

अब 18 साल बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में एमएलसी बनकर सीएम की दावेदारी की की परंपरा को योगी और अखिलेश दोनों ही तोड़ रहे हैं।

योगी के बाद अब अखिलेश ने भी जनता के बीच अपनी लोकप्रियता साबित करने का दांव खेला है।

2012 से 2017 तक यूपी के सीएम रहे। उन्होंने पूर्ण बहुमत की सरकार चलाई। उन्होंने एमएलए बनने के लिए कोई उपचुनाव भी नहीं लड़ा। वो एमएलसी थे।

मायावती भी एमएलसी से ही सीएम बनी थीं।

योगी भी साल 2017 में एमएलसी से सीएम की कुर्सी पर बैठे थे। Photos: Social Media