
भारत ने शुक्रवार को कबड्डी में दोहरे स्वर्ण पदकों के साथ 17वें एशियाई खेलों में अपने अभियान का अंत किया। इन दो स्वर्ण पदकों की बदौलत भारत शनिवार को इन खेलों के समापन से पहले पदक तालिका में आठवें स्थान पर पहुंचने में सफल रहा। कबड्डी के ये दो स्वर्ण पदक भारत के लिए खेलों में अंतिम पदक भी साबित हुए। (फोटो: भाषा)

महिला टीम ने ईरान के खिलाफ आसान जीत दर्ज की लेकिन पुरुषों को इसी देश की टीम को हराकर लगातर सातवां स्वर्ण पदक जीतने के लिए काफी पसीना बनाना पड़ा और मैच में अधिकांश समय टीम पिछड़ी रही। (फोटो: भाषा)

भारतीय पुरुष टीम ने पहले हाफ में पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ में जोरदार वापसी करते हुए सोंग्दो यूनिवर्सिटी जिम्नेजियम में ईरान को 27-25 से हराकर लगातार सातवां स्वर्ण पदक जीता। इससे साथ ही भारत ने लगातार दूसरे एशियाई खेलों में कबड्डी स्पर्धा में गोल्डन डबल पूरा किया। (फोटो: भाषा)

वर्ष 1990 में बेजिंग में पदार्पण के बाद से पिछले छह बार के विजेता भारत की पुरुष टीम की राह हालांकि आसान नहीं रही। टीम 40 मिनट के मुकाबले में अधिकांश समय पीछे रही और अंतिम सात मिनट में ही बराबरी हासिल कर पाई। मध्यांतर तक भारतीय टीम 13-21 के बड़े अंतर से पिछड़ रही था और ऐसा लग रहा था कि गत चैंपियन टीम को उलटफेर का सामना करना पड़ेगा। टीम हालांकि दूसरे हाफ में जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रही। (फोटो: भाषा)

भारतीय महिला टीम ने दूसरे हाफ में बेहतर प्रदर्शन की बदौलत ईरान को 31-21 से हराया। टीम मध्यांतर तक 15-11 से आगे थी। ईरान ने हालांकि लोना अंक हासिल करके स्कोर 10-12 किया। अभिलाषा म्हात्रे ने इसके बाद सफल रेड के साथ दो अंक जुटाए और दो खिलाड़ियों को ‘जिंदा’ भी किया। (फोटो: भाषा)

भारत ने इसके बाद 19-15 की बढ़त बनाई और लगातार दबाव बनाते हुए खिताब जीत लिया। (फोटो: भाषा)