प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट 2017 की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि वित्त अरुण जेटली ने दाल से डाटा तक सबको ख्याल रखा है। टैक्स रेट घटाने का ऐलान साहसपूर्ण हैं। इस बजट से रोजगार बढ़ेंगे, मजदूरों को फायदा होगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट में मिडिल क्लास को राहत देते हुए इनकम टैक्स घटाया है। साथ ही राजनीतिक पार्टियों को 2000 रुपये से ज्यादा के नकद चंदे पर भी रोक लगा दी गई। कालेधन पर रोक लगाने वाले फैसले के तहत तीन लाख रुपये से ज्यादा के कैश लेनदेन को भी बंद कर दिया गया है। जेटली ने बजट पेश करते हुए कहा कि 2.5 से पांच लाख रुपये की सालाना कमाई पर अब पांच प्रतिशत की दर से टैक्स लगेगा। वर्तमान में यह दर 10 प्रतिशत है। रेलवे को लेकर घोषणाओं में ई-टिकट से सर्विस चार्ज हटाने का फैसला लिया गया है। बजट में झारखंड और गुजरात में एम्स खोले जाने, मनरेगा का बजट आवंटन बढ़ाकर 48 हजार करोड़ रुपये करने, प्रधानमंत्री आवास योजना में 23 हजार करोड़, प्रधानमंत्री सड़क योजना में 2019 तक 4 लाख करोड़ खर्च करने की घोषणा की गई है। जेटली ने बजट पेश करते हुए कहा कि भारत दुनिया में मंदी के बीच उभरता सितारा है। इस साल अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि महंगाई की दर को 6 प्रतिशत से कम पर लाए हैं। जीएसटी और नोटबंदी बड़ा फैसला है। कालेधन के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। नोटबंदी से टैक्स कलेक्शन बढ़ा है।
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ई. अहमद केरल की मालाप्पुरम लोकसभा सीट से सांसद थे। वह मुस्लिम लीग पार्टी में थे। अहमद इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। मनमोहन सिंह की सरकार में वे विदेश राज्यमंत्री थे। उनकी उम्र 78 साल थी। ई अहमद यूपीए सरकार के दौरान रेल राज्य मंत्री भी रहे थे। ई. अहमद का जन्म 29 अप्रैल 1938 को हुआ था। अहमद केरल विधासभा से 1967, 1977, 1980, 1982 और 1987 में विधायक चुने गए। वह 1982 से 1987 तक केरल सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। अहमद 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 और 2009 में लोकसभा के लिए चुने गए। वह 2004 से 2009 के बीच विदेश राज्यमंत्री भी रहे।
जानिए बजट में क्या चाहता है आम आदमी: