Supreme Court judge: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के जज एमआर शाह (Justice MR Shah) ने गुरुवार (1 दिसंबर, 2022) को नए युवा वकीलों को सलाह दी है। उन्होंने एक युवा वकील से कहा कि वो कोर्ट कैंटीन में गपशप करने में अपना समय बर्बाद न करें, अपने खाली समय में कोर्ट में बैठें और देखें कि अन्य अधिवक्ता कैसे बहस कर रहे हैं। बहस के दौरान ज्यादा जोश में मत रहो।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमआर शाह (Justice MR Shah) ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हें अक्सर अदालतों में बैठने और यह देखने के लिए कहा जाता था कि अन्य वकील उनके मामलों में कैसे बहस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं शुरुआत में बार में था, तब मुझे यही सिखाया जाता था कि जब आप फ्री हों, कोर्ट में बैठें और देखें कि दूसरे वकील कैसे बहस कर रहे हैं।
‘कोर्ट के सामने पेश होने के दौरान जोश न दिखाएं’
वरिष्ठ अधिवक्ताओं की ओर इशारा करते हुए न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि अन्य वकीलों को देखें, मिस्टर गिरी को देखें, मिस्टर दवे को देखें। बहुत सारे लोग हैं। आप हर किसी से सीख सकते हैं। जस्टिस शाह ने वकील को सलाह दी कि कोर्ट के सामने पेश होने के दौरान जोश न दिखाएं, क्योंकि कोर्ट कभी-कभी अपना विचार बदल सकता है।
18 सितंबर, 2022 को जस्टिस एमआर शाह ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ओडिशा (एनएलयूओ) के 9वें दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में युवा लॉ ग्रेजुएट को सलाह दी थी। तब उन्होंने कहा था कि वे अपनी नैतिकता से कभी समझौता न करें और हमेशा ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से भरा जीवन जिएं।
कोर्ट में बहस के लिए तभी जाएं, जब तथ्य और कानून दोनों पर पूरी तरह तैयार हों: जस्टिस शाह
जस्टिस शाह ने यह भी कहा था कि किसी को अदालत में किसी मामले पर बहस करने के लिए तभी उपस्थित होना चाहिए, जब उसने तथ्यों और कानून दोनों पर मामले को पूरी तरह से तैयार किया हो। वकालत में प्रस्तुति/पेशकश के महत्व की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने कहा था कि अदालत में जो महत्वपूर्ण है वह प्रस्तुति है। आप अपने मामले को अदालत के सामने कैसे पेश करते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है।’
शाह ने आगे कहा था कि भविष्य में आप लिटिगेशन या ज्यूडिशरी या यहां तक कि एक कॉर्पाोरेट ऑफिस में काम करना शुरू कर सकते हैं। इस समारोह में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और भारत के मुख्य न्यायाधीश यू.यू. ललित भी मौजूद थे और उन्होंने दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।