CBI Raid Rabri Residence News: जमीन के बदले नौकरी मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। सीबीआई ने इस मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए सोमवार (6 मार्च, 2023) को पटना में राबड़ी देवी के आवास पर छापा मारा है। इससे पहले लालू, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत 14 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने समन भेजा था। सीबीआई ने समन में इन लोगों को 15 मार्च को पेश होने के लिए कहा है। 14 साल पुराने इस मामले में लालू यादव और उनके परिवार ने कथित तौर पर 7 लोगों को जमीन के बदले रेलवे में नौकरी दी थी, जिनमें से 5 की बिक्री हुई थी, जबकि 2 गिफ्ट के तौर पर लालू को दी गई थी।
इस मामले में लालू यादव के करीबी व पूर्व विधायक भोला यादव व हृदयानंद का भी नाम शामिल है। भोला यादव को सीबीआई ने 27 जुलाई को गिरफ्तार किया था। लालू यादव 2004 से 2009 के दौरान रेल मंत्री थे, उस दौरान भोला यादव उनके ओएसडी थे। यह मामला लालू के परिवार को तोहफे में या बेची गई जमीन के बदले में रेलवे में कथित तौर पर नौकरी दिए जाने से संबंधित है। आरोप है कि 7 लोगों को जमीन के बदले नौकरी दी गई थी, जिसमें 2 जमीनें लालू के परिवार को गिफ्ट की गई थीं, जबकि बाकी 5 जमीनें काफी कीमत पर खरीदी गई थीं।
आरोप है कि जमीनें राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं। यह भूमि प्रचलित सर्किट रेट से कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थीं। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। जांच एजेंसी के मुताबकि, बिहार में पटना के निवासी होते हुए भी कुछ लोगों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए ग्रुप-डी के पदों पर स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था।
आरोप है कि नौकरी के बदले में उम्मीदवारों ने लालू के परिवार के सदस्यों और एक निजी कंपनी के नाम पर जमीन ट्रांसफर की थी। जांच में सामने आया कि पहले उम्मीदवारों को सब्स्टीट्यूट के तौर पर नियुक्त किया गया था और जब जमीन का सौदा हो गया तो उन्हें रेगुलर कर दिया गया था। सीबीआई का आरोप है कि पटना में स्थित लगभग 1,05,292 वर्ग फीट भूमि पर लालू के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर कब्जा किया हुआ है। इन जमीनों का सौदा नकद हुआ था। सीबीआई का कहना है कि ये जमीनें बेहद कम रेट पर खरीदी गई थीं।