दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम के पास एक बुजुर्ग ने आत्मदाह का प्रयास किया है। उन्हें गंभीर हालत में आरएमएल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि उसके साथ कुछ धोखाधड़ी हुई थी जिसके बाद उसने यह कदम उठाया है।
बताते चलें कि दो दिन पहले भी सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक महिला और पुरुष द्वारा खुद को आग लगाए जाने की घटना हुई थी। जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के गेट नंबर डी के सामने एक महिला, पुरुष ने कथित तौर पर खुद को आग लगा ली थी। घायलों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया था। अचानक से उच्च न्यायलय के गेट के सामने आग लगाए जाने की घटना से अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसे वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने किसी तरह काबू में किया।
जानकारी के अनुसार सोमवार को दोनों गेट नंबर डी के जरिए सुप्रीम कोर्ट में अंदर जाना चाहते थे लेकिन पर्याप्त आईडी कार्ड नहीं होने के चलते उन्हें कोर्ट परिसर में जाने की अनुमति नहीं दी गई। तभी उन्होंने दोनों ने वहां खुद को आग लगा ली थी। आग लगते ही अफरा-तफरी की स्थिति हो गई थी।बताते चलें कि इस मामले में वाराणसी के दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली युवती ने 2019 में बसपा सांसद अतुल राय पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए वाराणसी के लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़िता का आरोप था कि अतुल राय ने अपने लंका स्थित फ्लैट पर उससे बलात्कार किया और उसका वीडियो भी बना लिया। इस मामले में सांसद अतुल राय जेल में बंद हैं। वहीं इस मामले में अदालत ने पीड़िता और उसके साथी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
इस पर पीड़िता और उसके साथी ने उच्चतम न्यायालय के सामने फेसबुक पर लाइव आने के बाद आत्मदाह करने की कोशिश की। फेसबुक लाइव के दौरान पीड़िता ने वाराणसी के पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक, कोतवाल राकेश सिंह, विवेचक गिरिजा शंकर सहित कई अधिकारियों पर आरोप लगाया था। आत्मदाह की कोशिश में 27 वर्षीय युवक 65 प्रतिशत, जबकि 24 वर्षीय युवती 85 प्रतिशत तक झुलस गई थी। दोनों में से कोई भी पुलिस को बयान देने की स्थिति में नहीं हैं।