नक्सली कैद में CRPF जवान, पत्नी की पीएम मोदी से गुहार- अभिनंदन की तरह मेरे पति को भी छुड़ा लाओ
जवान की पत्नी मीनू ने कहा, अगर कोई जवान छुट्टी खत्म होने के एक दिन बाद अपनी ड्यूटी पर जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। 3 अप्रैल से एक जवान लापता है और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के दौरान माओवादियों के कब्जे में आए कोबरा टीम के जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की रिहाई के लिए उनके परिवार ने पीएम नरेंद्र मोदी से अपील की है। सीआरपीएफ जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की मां और पत्नी ने सरकार से उन्हें छुड़ाने की अपील की है। पत्नी ने सरकार से अपील की कि अभिनंदन की तरह उसके पति को भी छुड़ाकर लाया जाए।
राकेश्वर सिंह मन्हास की मां ने कहा कि सरकार कुछ कर रही है, इसका हमें तब ही भरोसा होगा जब हमारा बेटा वापस आएगा। जवान की पत्नी मीनू ने कहा, अगर कोई जवान छुट्टी खत्म होने के एक दिन बाद अपनी ड्यूटी पर जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। 3 अप्रैल से एक जवान लापता है और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। हम चाहते हैं कि सरकार एक मध्यस्थ की तलाश करे ताकि उसके पति को छोड़ दिया जाए।
जवान की पत्नी ने सरकार से अपील की है कि उनके पति को जल्दी से जल्दी छुड़ा लिया जाए। उनकी एक साल की बच्ची अपने पिता की राह देख रही है। पत्नी का कहना है कि 10 साल से उनके पति देश के लिए लड़ रहे हैं। आज देश उनके लिए लड़े। उन्होंने जल्द से जल्द जवान को सही-सलामत वापस लाने की अपील की है। उनका कहना है कि हम उनकी राह देख रहे हैं।
परिजनों ने बताया कि राकेश्वर ने ऑपरेशन पर जाने से पहले शुक्रवार को आखिरी बार फोन किया था। उन्होंने कहा था कि शनिवार को बात करूंगा, लेकिन उसके बाद से उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। पत्नी ने कहा कि शनिवार की रात से हम लोग उन्हें लगातार फोन कर रहे हैं। उनके फोन पर घंटी बज रही है, लेकिन जवाब नहीं मिल रहा है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए और 31 जवान घायल हैं। जवान राकेश्वर सिंह मनहास के नक्सलियों के कब्जे में होने की खबर है। शहीद जवानों में DRG के 8, STF के 6, COBRA बटालियन के 7 जवान और बस्तर बटालियन का 1 जवान शहीद हुआ है। कोबरा बटालियन के शहीद हुए जवानों में असम के 2, आंध्र प्रदेश के 2, उत्तर प्रदेश के 2 और त्रिपुरा का एक जवान शामिल है।