छत्तीसगढ़: बिजली नहीं मिलने पर कांग्रेस पर लगाया आरोप तो हुआ देशद्रोह का मुकदमा
राजनांदगांव जिले के मुसरा डोंगरगढ़ के रहने वाले 53 वर्षीय मांगेलाल अग्रवाल के खिलाफ बिजली कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके बाद उन पर एक्शन लिया गया।

छत्तीगसढ़ में बिजली कटौती को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करना एक शख्स को भारी पड़ गया। पुलिस ने शख्स को गिरफ्तार कर देशद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया। आरोप है कि शख्स ने सोशल मीडिया पर बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस के खिलाफ अफवाह फैलाना वाला वीडियो शेयर किया है। पुलिस ने मांगेलाल के मोबाइल फोन को भी जब्त कर लिया है। उनके खिलाफ आईपीसी के तहत राजद्रोह की धारा 124 ए और सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार की धारा 505/1/2 के तहत कार्रवाई की गई है।
राजनांदगांव जिले के मुसरा डोंगरगढ़ के रहने वाले 53 वर्षीय मांगेलाल अग्रवाल के खिलाफ बिजली कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी जिसके बाद उन पर एक्शन लिया गया। मांगेलाल ने वीडियो में कहा कि इन्वर्टर कंपनियों के साथ छत्तीगसढ़ सरकार की सेटिंग हो गई है ताकि इनवर्टर बेचने वाली कंपनियों को फायदा पहुंचे। इन्वर्टर कंपनियों ने राज्य सरकार को हर 2 घंटे के अंतराल में 10 से 15 मिनट के बाद बिजली कटौती करने के लिए पैसा दिया है। जितनी ज्यादा बिजली कटौती होगी इन्वर्टर की बिक्री भी उतनी ही ज्यादा बढ़ेगी।’
वह आगे कहते हैं भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीगसढ़ सरकार और मध्य प्रदेश सरकार की इन्वर्टर निर्माण कंपनियों के साथ मिलीभगत है इसलिए वह बार-बार बिजली कटौती कर रहे हैं।’
वहीं राजनांदगांव से बीजेपी सांसद संतोष पांडे ने इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजद्रोह कानून को खत्म करने का वादा किया था लेकिन पार्टी अब खुद इसका इस्तेमाल कर रही है ताकि आम आदमी को फंसाया और धमकाया जा सके। अगर अफवाह फैलाना इतना बड़ा अपराध है तो अब तक कई कांग्रेसियों को सलाखों के पीछे होना चाहिए था।’