उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सतीश गौतम ने बीते सोमवार (02-12-2019) को जिलाधिकारी से लिखित रूप से जानकारी मांगी की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लिए किस-किस ने जमीन दी है? दरअसल भाजपा सांसद विश्वविद्यालय के लिए जमीन देने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह की जयंति ना मनाने पर भड़के हुए हैं। सांसद सतीश गौतम ने कहा कि अगर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंति मनाई जाती है तो फिर इस विश्वविद्यालय के लिए जमीन देने वाले महेंद्र प्रताप सिंह की जयंती क्यों नहीं मनाई जाती?
सांसद के इस सवाल पर विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि सर सैयद अहमद खान के अलावा इससे संबंधित अन्य लोगों के सम्मान में सेमिनार आयोजित किये जाते रहे हैं। इनमें राजा महेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि ‘राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने विश्वविद्यालय के लिए जमीन का छोटा सा टुकड़ा दान किया था।’
यूनिवर्सिटी के इस दावे के बाद भाजपा सांसद ने अलीगढ़ के डीएम चंद्र भूषण सिंह से लिखित रूप से उन सभी लोगों के बारे में जानकारी मांगी है जिन्होंने विश्वविद्यालय के लिए जमीन दी है और जिनके नाम सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हैं। भाजपा सांसद की तरफ से कहा गया है कि ‘मैं यह मुद्दा इसलिए उठा रहा हूं क्योंकि विश्वविद्यालय के लिए जितनी जमीन सर सैयद अहमद खान ने दी थी उतनी ही जमीन राजा सिंह ने भी दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले में दोहरा मापदंड अपना रहा है। मैं अपनी लड़ाई तब तक जारी रखूंगा जब तक कि वो राजा साहब के सम्मान में जयंति या समारोह का आयोजन नहीं करती।’
बीते रविवार को राजा सिंह की 133वीं जयंति का आयोजन तस्वीर महल के पास स्थित पार्क में किया गया था। सांसद सतीश गौतम ने यहां पर सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया था। जिसके बाद एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हामिद ने कहा कि ‘यहां सिर्फ विश्वविद्यालय के संस्थापक की जयंति मनाई जाती है। इसके अलावा हम राजा सिंह तथा दूसरे अन्य जमीन दान करने वाले अहम लोगों के सम्मान में सेमिनार का आयोजन करते हैं।’ एमयू प्रशासन ने यह भी कहा है कि राजा सिंह के सम्मान में विश्वविद्यालय कैंपस में उनकी एक मूर्ति लगाई गई है।
