जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित पंथा चौक पर आतंकियों का सामना करते हुए अपनी जान गंवाने वाले पुलिस के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर बाबू राम को आज श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पार्थिव शरीर को मेंढर स्थित उनके गांव पहुंचाया गया। इस मौके पर सभी गांववालों की आंखें नम थी। बाबू राम की मौत पर उनके बेटे ने कहा कि वह हर हाल में भारतीय सेना का हिस्सा बनेगा। उसने जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद खत्म करने की बात कही और अपने पिता की शहादत पर गर्व जताया।
बता दें कि शनिवार रात सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच पंथा चौक पर हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे। इसी दौरान एक गोली बाबू राम को भी लग गई और उनकी जान चली गई। कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक, आतंकियों ने पहले पंथा चौक पर पुलिस के नाके और सीआरपीएफ पर खुलेआम फायरिंग की। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें एएसआई बाबू राम को गोली लग गई। बाद में पुलिस और सीआरपीएफ ने इलाके की घेराबंदी कर ली और सर्च ऑपरेशन चलाया। इसमें तीन आतंकियों को मार गिराया गया।
इस घटना से एक रात पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले भारतीय सेना के जवान प्रशांत शर्मा भी पुलवामा में आतंकियों के साथ एनकाउंटर के दौरान शहीद हो गए थे। उन्हें तीन गोलियां लगी थीं। उनकी अंतिम यात्रा के दौरान भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान लोगों ने अपने हाथों में तिरंगा झंडा लिया हुआ था और वह ‘भारत माता की जय’ और ‘प्रशांत शर्मा अमर रहे’ जैसे नारे लगा रहे थे। शहीद जवान की अंतिम यात्रा में केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस के जवान भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद जवान की शहादत पर दुख जताया और परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया।