देश में बेरोजगारी और महंगाई लगातार बढ़ रही है और इससे आम जनता परेशान है। बीजेपी सांसद वरुण गांधी पिछले 1 साल से लगातार रोजगार और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे हैं। बता दें कि वरुण गांधी यूपी के पीलीभीत से बीजेपी सांसद हैं और उनकी माता मेनका गांधी यूपी के सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद हैं। वरुण गांधी किसान आन्दोलन के समय से ही केंद्र सरकार को घेर रहे हैं।
वरुण गांधी ने ट्वीट कर बताया कि देश में 60 लाख से अधिक पद खली है और बेरोजगारी दर पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक है। उन्होंने ट्वीट करते हुए सरकार से पूछा और लिखा, “जब बेरोजगारी 3 दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है। वहीं ‘सरकारी आंकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं। कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है।”
दो दिन पहले ही वरुण गांधी ने यूपी एसआई में भर्ती घोटाले को लेकर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, “जिस पद की आकांक्षा में छात्र खून पसीना एक कर देते है, परिजन अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं, उसकी यूं खुलेआम बोली लगते देख लाखों मेहनतकश युवाओं का मनोबल टूट रहा है। यूपीएसआई 2021 भर्ती में धांधली हुई है और पकड़े गए दर्जनों लोग इसके गवाह हैं। न्याय की गुहार में मैं आप सभी के साथ हूँ। ऐसी धांधलियों से वर्षों तक अपना पेट काट कर बच्चों को पढ़ाने वाले माता-पिता की कुर्बानियों का भी अपमान होता है। आशा करता हूँ की सरकार छात्रों की मांग को मानेगी। दोषियों को दंड मिलना चाहिए।”
बता दें कि कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी महंगाई को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “बेरोजगारी ने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ा,करोड़ों ने रोजग़ार की उम्मीद छोड़ दी। अब रेलवे में 50% नौकरियां हमेशा के लिए खत्म। 91,629 पदों पर अब कभी भर्ती नहीं। गांव से शहर तक युवा, रेलवे और सेना में भर्ती के लिए दिन रात जुटे हैं। मगर मोदी सरकार में भर्ती और उम्मीद दोनों खत्म।”
वरुण गांधी विपक्ष के सुर में सुर तो मिला ही रहे हैं। लेकिन बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी पिछले कुछ महीनों से मोदी सरकार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। सुब्रमण्यम स्वामी वित्त मंत्रालय की कार्यप्रणाली को लेकर तो निशाना साधते ही रहते हैं, लेकिन अब वो विदेश नीति को लेकर भी मोदी सरकार को घेर रहे हैं।